दिल्ली: Odd-Even फार्मूले से व्यापारी नाराज, कहा- इससे सिर्फ असमंजस की स्थिति पैदा होती

दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने भले ही दुकानों को ऑड-ईवन फार्मूले के तहत खोलने का फैसला लिया है लेकिन लगता है सरकार का यह फैसला व्यापारियों को पसंद नहीं आया। व्यापारियों इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए इसे अव्यवहारिक बताया है

फेडरेशन ऑफ सदर बाजार के वाइस चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा ने कहा कि दिल्ली के अधिकतर व्यापारी ऑड-ईवन के नियम के विरोध में हैं। ऑड-ईवन के नियम को लागू करने से सिर्फ असमंजस की स्थिति पैदा होती है और अव्यवस्था फैलती है। पिछले वर्ष भी जब लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया के दौरान ऑड-ईवन लागू किया गया तो वो पूर्णतया विफल रहा था।

सरकार से आग्रह किया कि स्थिति को बेहतर बनाने के लिए सरकारी ऐजेंसियों तथा मार्केट ऐसोसिएशंस को मिलाकर समन्वय समितियां बनाई जाएं और बाजारों में क्या प्रतिबंध लगाने हैं, ये निर्णय उन समितियों पर छोड़ दिया जाए। इससे कोविड नियमों का बेहतर पालन हो सकेगा और व्यापार का भी नुकसान नहीं होगा। पम्मा ने कहा बाजार को खोलने से जहां अर्थव्यवस्था पटरी पर आयेगी। वहीं, व्यापारी वर्ग को भी बड़ी राहत मिलेगी। इसलिए मुख्यमंत्री को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए।

दुकानें खोलने का यह होगा फार्मूला

दिल्ली में लॉकडाउन को 14 जून सुबह 5 बजे तक बढ़ा दिया है हालाकि, इसमें कई सारी रियायतें भी दी गई है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को डिजिटल पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन को 14 जून तक बढ़ा दिया है लेकिन बाजार खुलेंगे और दिल्ली मेट्रो का संचालन भी शुरू होगा। सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में धीरे-धीरे कोरोना की स्तिथि बेहतर हो रही है जिसे देखते हुए हमने अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की है।

सीएम केजरीवाल ने यह भी बताया कि 7 जून के बाद ऑड-इवेन के फार्मूले पर दुकानें खुलेंगी। इसको लेकर आवश्यक दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसका पालन करना सभी के लिए अनिवार्य कर दिया गया है।

नए दिशानिर्देश के अनुसार मॉल्स और बाजार में ऑड-इवन के फार्मूले पर दुकान खोली जाएंगी। दुकानें खुलने का सम य सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक होगा। जरूरी सेवाओं से जुड़ी दुकानें हर दिन खुलेंगी। हालांकि कौन से ट्रेड की दुकानें कब खुलेंगी, ये तय करने की जिम्मेदारी मार्केट ट्रेड एसोसिएशन पर छोड़ी गई है, वो जिला कलेक्टर अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा कर इसपर निर्णय ले सकते हैं। संभवत: दुकानों के नंबर के आधार पर ऑड इवेन फार्मूला लगाया जा सकता है। जबकि मोहल्लों में सिंगल शॉप रोज खोली जा सकती हैं।

मसलन ऑड तारीख (3,6,9,11, 13... के दिन ऑड नंबर की दुकानें खुलेंगी और ईवन तारीख (2,4,6,8...) के दिन ईवन नंबर की दुकानें खोली जाएंगी। यानी, आधी दुकानें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को खुलेंगी तो आधी दुकानें मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को खुलेंगी।