ब्लैक मार्केटिंग! दो ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ दिल्ली पुलिस ने शख्स को किया गिरफ्तार

दिल्ली के अस्पतालों में बेड्स के साथ-साथ जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन आदि की भी भारी किल्लत हो रही है। इसके चलते इन सभी चीजों की ब्लैक मार्केटिंग का गोरखधंधा भी शुरू हो गया है। इस पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली पुलिस सूचना मिलने पर लगातार छापेमारी भी कर रही है। इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस ने एक सूचना के आधार पर लाहौरी गेट थानांतर्गत इलाके में छापेमारी कर पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर की ब्लैक मार्केटिंग करने वाले शख्स को 2 ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ गिरफ्तार किया है। जिला पुलिस उपायुक्त एन्टो अल्फोन्स ने बताया कि 3 मई को, कोविड सेल, पीएचक्यू ने उत्तरी जिले को एक शिकायत भेजी थी जिसमें कॉल करने वाले ने टेलीफोन पर सूचना दी है कि नॉवल्टी सिनेमा हॉल के पास एक ऑक्सीजन सप्लायर एमआरपी की तुलना में बहुत अधिक रेट पर ऑक्सीजन सिलेंडर बेच रहा है।

इसके बाद एसआई संदीप माथुर ने खुद को ग्राहक बताकर उक्त मोबाइल पर फोन किया। बातचीत के दौरान, संदिग्ध दो 12 लीटर पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर को 3,600/- रुपये में बेचने के लिए तैयार हो गया। व्यक्ति ने एसआई संदीप माथुर के मोबाइल पर उसकी फोटो भी भेजी और एसपीएम मार्ग पर ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने के लिए भी राजी हो गया।

इसके बाद एसीपी कोतवाली उमा शंकर की देखरेख में एसएचओ लाहौरी गेट जरनैल सिंह के निर्देश पर एसआई संदीप माथुर, एएसआई दीपक, हैड कांस्टेबल समंदर, कांस्टेबल दीपक और करण की टीम ने एसपीएम मार्ग पर अपना जाल बिछाकर करीब 5:50 बजे, संदिग्ध गुरविंदर सिंह (26) को दो ऑक्सीजन 12 लीटर सिलेंडर के साथ पकड़ लिया।

एसआई संदीप माथुर ने ऑक्सीजन सिलेंडर की जांच की तो पाया कि एमआरपी मिटा हुआ था। उन्होंने जब इसकी असल कीमत का पता किया तो इसकी कीमत 450/- रुपये मिली। पुलिस टीम ने संदिग्ध को पकड़ लिया। पुलिस ने उससे स्वामित्व बिल, डॉक्टर की पर्ची, बिल आदि के बारे में पूछा गया। लेकिन वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल सका। पुलिस पूछताछ में गुरविंदर ने बताया कि वह पेशे से बिजली मिस्त्री है। उसे गाजियाबाद से 6 ऑक्सीजन सिलेंडर मिले थे जिसमें से चार अन्य को बेच दिए थे और अब 2 उसके पास थे।