दिल्ली: अंजलि केस में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 12 KM घसीटने वाली कार का मालिक गिरफ्तार

दिल्ली के कंझावला केस में बड़ी गिरफ़्तारी हुई है। पुलिस अंजलि केस में 6वें आरोपी जिसकी बलेनो कार थी उसको गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम आशुतोष है। आशुतोष की बलेनो कार से अंजलि का एक्सीडेंट हुआ था और उसे 12 किमी तक घसीटा गया था। आशुतोष की कार अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल लेकर गए थे।हालांकि, हादसे के वक्त आशुतोष कार में मौजूद नहीं था। दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून-व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कल पुलिस हेडक्वार्टर में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इस घटना में शामिल 2 और आरोपियों आशुतोष और अंकुश के बारे में जानकारी दी थी। ये दोनों अन्य आरोपियों के दोस्तऔर सगे-संबंधी हैं।

अंजलि का शव 1 जनवरी को सुबह करीब 4 बजेदिल्ली के कंझावला इलाके में सड़क पर नग्न अवस्था में मिला था। इससे थोड़ी दूर पर पुलिस ने अंजलि की दुर्घटनाग्रस्त स्कूटी बरामद की थी। पुलिस के मुताबिक, अंजलि का कार से एक्सीडेंट हुआ था। इसके बाद उसका पैर कार के अगले पहिए में फंस गया था। अंजलि 12 किमी तक दिल्ली की सड़कों पर घसिटती रही थी। इससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई।

इस मामले में पुलिस ने पहले 5 आरोपियों (मनोज मित्तल, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण और मिथुन)को गिरफ्तार किया था। साथ ही पुलिस ने बलेनो कार को भी बरामद किया था, जिससे यह हादसा हुआ था।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक हादसे के तुरंत बाद गिरफ्तार पांच आरोपियों में से कुछ ने उसी रात फोन कर आशुतोष और अंकुश को बता दिया था कि उन्होंने कार से कुचल कर एक युवती को मार डाला है। इसपर आशुतोष व अंकुश ने उन्हें बचने के तरीके बताए थे। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) ​सागर प्रीत हुड्डा ने एक और नई जानकारी दी। उन्होंने बताया था कि हादसे के वक्त कार में पांच नहीं, बल्कि चार ही आरोपी सवार थे। अब तक जिस दीपक खन्ना को कार का ड्राइवर बताया जा रहा था, दरअसल वह हादसे के वक्त अपने घर पर था।

सागर प्रीत हुड्डा ने कहा, ‘दुर्घटना के समय दोनों (आशुतोष और अंकुश खन्ना) कार में नहीं थे, लेकिन उन्होंने पुलिस के सामने झूठे बयान देकर गिरफ्तार आरोपियों की मदद की। दीपक, जिसे अब तक कार का ड्राइवर माना जाता रहा, वह वास्तव में दुर्घटना के समय अपने घर पर था। कार अमित चला रहा था। जब उसे पता चला कि शव कार से घसीटा गया है, तो उसने अपने चचेरे भाइयों अंकुश और दीपक को बुलाया। इन्होंने उसे पुलिस को यह बताने के लिए कहा कि कार दीपक चला रहा था।’