Precaution Dose: 9 महीने पहले दूसरी डोज लगवा चुके लोगों को लगेगी 'प्रीकॉशन डोज' - रिपोर्ट

कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ नया वैरिएंट ओमिक्रॉन भी तेजी से बढ़ रहा है। कई राज्यों में इस नए वैरिएंट के केस मिल रहे हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली, जयपुर, गुरुग्राम और ओडिशा में रविवार को कोरोना व ओमिक्रॉन के मामले सामने आए हैं। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के केस भारत में 500 से ज्यादा सामने आ चुके हैं। देश में एक बार फिर बढ़ते कोरोना केस को देखते हुए 10 जनवरी से स्वास्थ्य और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों, अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 साल की उम्र से अधिक के लोगों को डॉक्‍टरी सलाह पर एहतियात के तौर पर टीकों की तीसरी खुराक दी जाएगी। इसे बूस्टर डोज का नाम ने देकर प्रीकॉशन डोज दिया गया है। इसके साथ ही जिन लोगों को कोरोना वैक्‍सीन की दूसरी डोज लगवाए हुए 9 महीने बीत चुके हैं, उन्‍हें भी यह प्रीकॉशन डोज लगाई जा सकती है।

इंडियन एक्‍सप्रेस की रिपोर्ट में इस मामले से जुड़े शीर्ष सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि दूसरी और तीसरी डोज के बीच 9 महीने के अंतराल का निर्णय पांच वैज्ञानिक अध्‍ययनों पर आधारित है। इन्‍हें इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और फरीदाबाद के ट्रांसलेशनल हेल्‍थ साइंस एंड टेक्‍नोलॉजी इंस्‍टीट्यूट ने किया था।

इस 9 महीने के अंतराल के आधार पर उन्‍हीं लोगों को अभी तीसरी डोज लग पाएगी जिन्‍हें इस साल 10 अप्रैल तक दूसरी डोज लगा दी गई थी। इन लोगों में प्रमुख रूप से हेल्‍थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर शामिल हैं, जिन्‍हें 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू किया गया था।

सरकारी सूत्र का कहना है कि कोविन एप में उन लोगों का डाटा अपने आप अपडेट होकर दिखने लगेगा, जो तीसरी डोज के पात्र होंगे। उनका कहना है कि इस संबंध में सरकार पात्र लोगों की संख्‍या तैयार कर रही है। इस पर जल्‍द ही घोषणा हो सकती है।

बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि 60 वर्ष से ऊपर की आयु के अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित नागरिकों के लिए, उनके डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की प्रीकॉशन खुराक का विकल्प उनके लिए भी उपलब्ध होगा। ये भी 10 जनवरी से उपलब्ध होगा।

उन्होंने कहा कि यह फैसला कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को तो मजबूत करेगा ही, स्कूल और कॉलेजों में जा रहे बच्चों की और उनके माता-पिता की चिंता भी कम करेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा था कि हम सभी ने अनुभव किया है कि इस लड़ाई में देश को सुरक्षित रखने में कोरोना योद्धाओं, स्वास्थ्य सेवा और अग्रिम मोर्चे के कार्यकर्ताओं ने बहुत बड़ा योगदान दिया है। वे अब भी अपना काफी समय कोरोना वायरस के रोगियों की सेवा में बिताते हैं।

पीएम मोदी ने कहा था कि इसलिए एहतियात की दृष्टि से सरकार ने फैसला किया है कि स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को 10 जनवरी से टीके की ‘एहतियाती खुराक’ दी जाएगी।

महाराष्ट्र ओमिक्रॉन के 31 नए मामले सामने आए

महाराष्ट्र में रविवार को ओमिक्रॉन वैरिएंट के 31 नए केस मिले हैं। इनमें मुंबई 27, ठाणे 2, पुणे ग्रामीण 1, अकोला में 1 केस मिला है। इनमें मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्क्रीनिंग के दौरान मिले ओमिक्रॉन मामले भी शामिल हैं। इनमें से 4 मरीज गुजरात के, 3 कर्नाटक के, 2 मरीज केरल के हैं और दिल्ली, छत्तीसगढ़, यूपी, जलगांव, ठाणे, नवी मुंबई और औरंगाबाद से 1-1 जबकि 2 विदेशी नागरिक शामिल हैं। सभी का अंतरराष्ट्रीय यात्रा का इतिहास है। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 141 हो गई है।

चंडीगढ़ में रविवार को ओमिक्रॉन के 2 नए मामले मिले हैं। यहां अब कुल 3 केस हो गए हैं। तेलंगाना में भी 3 नए मामलों के साथ कुल ओमिक्रॉन संक्रमित बढ़कर 44 पर पहुंच गए हैं। इसके अलावा केरल में 19 और मध्यप्रदेश के इंदौर में 8 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। हिमाचल प्रदेश में भी पहला ओमिक्रॉन संक्रमित मिला है। इस तरह देश में ऐसे मरीजों का आंकड़ा 525 के पार हो गया है।