1 मार्च से कोरोना टीकाकरण का दूसरा फेज, 45 से 60 साल की उम्र वालों को वैक्सीनेशन के लिए रखने होंगे ये जरूरी दस्तावेज

देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे है। पिछले 24 घंटे में 16 हजार 886 लोग संक्रमित पाए गए। 28 दिन बाद में पहली बार था, जब 24 घंटे में 16 हजार से ज्यादा संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। इसके पहले 28 जनवरी को सबसे ज्यादा 18 हजार 912 लोग संक्रमित पाए गए थे। इसी के साथ अब मरीजों की संख्या 1 करोड़ 10 लाख 46 हजार पहुंच गई है। इनमें 1 करोड़ 7 लाख 36 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 1,48,691 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है। 1,56,742 मरीजों की मौत हो गई है। देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के साथ सरकार ने टीकाकरण में और तेजी लाने की योजना बना रही है। देश में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा फेज 1 मार्च से शुरू होगा। 10 हजार सरकारी केंद्रों और 20 हजार निजी अस्पतालों में टीका लगाया जाएगा। सरकार ने पहली मार्च से 45 से 60 साल की उम्र के ऐसे लोगों का कोरोना टीकाकरण शुरू करने का फैसला किया है, जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं। इसके अलावा 60 साल से ज्यादा उम्र के सभी बुजुर्गो का भी टीकाकरण किया जाएगा। बुजुर्गो की पहचान के लिए मतदाता सूची का प्रयोग किया जाएगा। अगर इस एज ग्रुप के लोग सरकारी केंद्रों में जाते हैं तो उनके लिए टीका मुफ्त होगा, लेिकन निजी अस्पतालों में इसके लिए उन्हें पैसा देना होगा।

जावड़ेकर ने कहा कि सरकारी केंद्रों पर ये टीकाकरण मुफ्त होगा, लेकिन जो लोग निजी अस्पतालों में वैक्सीन लगवाना चाहते हैं, उन्हें चार्ज देना होगा। अगले 3-4 दिनों में स्वास्थ्य मंत्रालय इस बात पर फैसला ले लेगा कि निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन के लिए कितनी फीस देनी होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय इस संबंध में मैन्यूफैक्चरर्स और अस्पतालों से बात कर रहा है।

45 से 60 साल की उम्र वालों को टीकाकरण के लिए रखने होंगे ये दस्तावेज

- खबर है कि इस श्रेणी में आने वालों को अन्य लोगों की ही तरह पहले कोविन एप (Cowin App) पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
- अभी कोविन एप सभी के लिए उपलब्ध नहीं है। उपलब्ध होने के बाद आधार कार्ड के जरिये इस पर रजिस्ट्रेशन होगा। इसके बाद फोटो आइडी व हस्ताक्षर किया हुआ मेडिकल सर्टिफिकेट अपलोड करना होगा। इसके बाद नजदीकी केंद्र पर टीकाकरण के लिए बुकिंग की जाएगी।
- मेडिकल सर्टिफिकेट का फॉर्मेट जल्द ही राज्यों को दिया जाएगा। इसे स्थानीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराया जाएगा। जनरल फिजीशियन का हस्ताक्षर कराया हुआ फॉर्म टीकाकरण केंद्र पर दिखाना भी पड़ सकता है।
- टीकाकरण के लिए किन बीमारियों को गंभीर की श्रेणी में रखा जाएगा, अभी इसकी सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा। इस सूची में दिल, फेफड़े, किडनी और लिवर से जुड़ी गंभीर बीमारियां शामिल हो सकती हैं। साथ ही डायबिटीज, कैंसर, गंभीर अस्थमा और दिमागी बीमारियों को भी इसमें रखा जा सकता है। अंग प्रत्यारोपण, बोन मैरो या स्टेल सेल प्रत्यारोपण वालों को भी इस श्रेणी में रखे जाने का अनुमान है।

आपको बता दे, दुनियाभर के कई देशों, खासकर चीन ने पिछले साल जून में और रूस ने तो अगस्त में वैक्सीनेशन शुरू कर दिया था। वहीं, अमेरिका, ब्रिटेन समेत ज्यादातर देशों में दिसंबर में वैक्सीन लगनी शुरू हुई। भारत में 16 जनवरी को वैक्सीनेशन शुरू हुआ। इसके बाद भी तेजी पकड़ ली है। 22 फरवरी तक दुनियाभर में 21 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट किया जा चुका है। सबसे ज्यादा अमेरिका में 6.41 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगी है। इसके बाद चीन में 4.05 करोड़, यूरोपीय संघ में 2.7 करोड़, यूके में 1.8 करोड़ और फिर भारत में 1.19 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुकी है।