पश्चिम बंगाल में दिखा कोरोना का नया ट्रिपल म्यूटेंट वेरिएंट, दिल्ली-महाराष्ट्र में भी तेजी से फैल रहा

देश में बढ़ते संक्रमण के बीच पश्चिम बंगाल में कोरोना का नया स्ट्रैन सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये नया 'ट्रिपल म्यूटेंट वेरिएंट' बाकी स्ट्रेन से ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, ये स्ट्रेन पश्चिम बंगाल के साथ-साथ दिल्ली और महाराष्ट्र में भी तेजी से फैल रहा है। वहीं एक्सपर्ट्स का कहना कि इस वेरिएंट में मौजूद E484 म्यूटेशन चिंता का विषय है। E484K इम्यून एस्केप वेरिएंट है जो वेरिएंट को इम्यून सिस्टम से बाहर निकालने में मदद करते हैं और वैक्सीन के प्रभाव से समझौता करते हैं। एक ‘ट्रिपल म्यूटेंट वेरिएंट’ तब बनता है जब वायरस के तीन म्यूटेशन मिलकर एक नया वेरिएंट बनाते हैं।

जानकारी के मुताबिक, पिछले कुछ वक्त में पश्चिम बंगाल ट्रिपल म्यूटेंट वेरिएंट तेजी से बढ़ा हैं। हालांकि इस म्यूटेंट के बारे में अभी ज्यादा कुछ जानकारी सामने नहीं आई है।

बड़ा सवाल! कितना खरतनाक है ये वेरिएंट?

रिपोर्ट्स की मानें तो अब इस वेरिएंट के बारे में ज्यादा कहना बड़ा मुश्किल है लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये बाकी वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक है। McGill University के प्रोफेसर डॉ मधुकर पाई ने एनडीटीवी को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि ये और ज्यादा संक्रमण फैलाने वाला वेरिएंट है जिससे लोग जल्दी बीमार पड़ रहे हैं।

85% मरीजों को रेमेडिसविर या स्टेरॉयड की जरूरत नहीं


वहीं दूसरी ओर एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया, नारायण हेल्थ के अध्यक्ष डॉ देवी शेट्टी और मेदांता के अध्यक्ष डॉ नरेश त्रेहन ने लोगों को कोरोना की जानकारी दी। रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कम से कम 85% लोगों को कोरोना संक्रमण होने पर रेमेडिसविर, या स्टेरॉयड की जरूरत नहीं होती है। उन्होंने कहा अधिकांश मरीजों में पांच से सात दिनों में एक सामान्य सर्दी, शरीर में दर्द, बुखार और गले में खराश जैसी परेशानियां हो सकती हैं।

रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कई मरीज केवल घर में उपचार के साथ ठीक हो जाएंगे। उनका कहना है कि 85% मरीज सिर्फ पैरासिटामोल, अपने नियमित व्यायाम के दौरान खुद को हाइड्रेटेड रखने, विटामिन लेने और बस अपने स्वास्थ्य के बारे में सकारात्मक रहने से ही ठीक हो सकते हैं।

केवल 15% मरीज ऐसे हैं जिन्हें कोरोना संक्रमण होने पर रेमेडिसविर, या स्टेरॉयड की जरूरत होती है। ऐसे मरीज जिनका ऑक्सीजन लेवल गिर सकता है या ज्यादा बुखार हो सकता है। उन्हें निगरानी और देखभाल की आवश्यकता होती है।

पिछले 24 घंटे मिले 3.32 लाख से ज्यादा मरीज

आपको बता दे, देश में कोरोना के मामले नए रिकॉर्ड बना रहे है। पिछले 24 घंटे के अंदर अब तक के सबसे ज्यादा नए मरीज मिले हैं। इस दौरान 3 लाख 32 हजार 320 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। ये लगातार दूसरा दिन है जब देश में एक दिन के अंदर 3 लाख से ज्यादा मरीजों की पहचान हुई है। इससे पहले बुधवार को 3.15 लाख लोग संक्रमित पाए गए थे। दूसरी चिंता की बात ये भी है कि मौतों की संख्या में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। गुरुवार को एक दिन के अंदर 2,256 मरीजों ने दम तोड़ दिया। कोरोना से एक दिन के अंदर मरने वालों का यह आंकड़ा सबसे ज्यादा है। इससे पहले बुधवार को 2,101 और मंगलवार को 2,021 मौतें हुई थीं।

महाराष्ट्र में गुरुवार को 67,013 लोग संक्रमित पाए गए। 62,298 लोग रिकवर हुए और 568 की मौत हो गई। अब तक राज्य में 40 लाख 94 हजार 840 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 33 लाख 30 हजार 747 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 62 हजार 479 की मौत हो गई है। 6 लाख 99 हजार 858 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।

दिल्ली में गुरुवार को 26,169 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 19,609 लोग ठीक हुए और 306 की मौत हो गई। अब तक 9 लाख 56 हजार 348 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 8 लाख 51 हजार 537 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 13,193 मरीजों की मौत हो चुकी है। 91,618 मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है।