आज भारत आजादी की 72वीं वर्षगांठ मना रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर पांचवी बार लाल क़िले से देश को संबोधित किया। स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को कांग्रेस ने ‘खोखला’ बताया और कहा कि बेहतर होता, अगर मोदी अपने इस ‘आखिरी भाषण’ में राफेल, अर्थव्यवस्था की स्थिति और नफरत के महौल पर सच बोलते। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को राफेल एवं कुछ अन्य मुद्दों पर बहस करने की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की चुनौती को स्वीकार करना चाहिए।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को राफेल पर बहस की चुनौती दी है। हम चाहते हैं कि मोदी जी राहुल गांधी की चुनौती स्वीकार करें। वह राफेल, व्यापम, भ्रष्टाचार, किसान एवं रोजगार, देश में फैली अफरा-तफरी, गिरती अर्थव्यवस्था पर और नफरत के माहौल पर बहस करें।’’
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘स्वतंत्रता दिवस का मोदी जी का आखिरी भाषण खोखला साबित हुआ। प्रधानमंत्री न राफेल पर बोले, न व्यापम पर बोले, न छत्तीसगढ़ के पीडीएस घोटाले पर बोले। देश में नफरत का माहौल फैलाया जा रहा है, उस पर भी वह कुछ नहीं बोले। चीन और पाकिस्तान आंखे दिखा रहे हैं, इस पर वह कुछ नहीं बोले।’’
उन्होंने कहा, ‘‘काश, मोदी जी अपने भाषण में सच्चाई बोल पाते। इस देश में अच्छे दिन आए नहीं, लेकिन देश को सच्चे दिन का इंतजार है। ये सच्चे दिन उस वक्त आएंगे जब मोदी जी जाएंगे।’’
गौरतलब है कि लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित कर रहे मोदी ने इस बार प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान, देश की अर्थव्यवस्था में सुधार, मुद्रा योजना एवं स्वच्छ भारत मिशन के सकारात्मक प्रभाव, जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर, माओवाद, किसानों, तीन तलाक विरोधी विधेयक और कई अन्य मुद्दों के बारे में बात की।