प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में गले लगाने की वजह का राहुल गांधी ने किया खुलासा, बताई यह बात

शनिवार को दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में छात्रों के साथ बातचीत के दौरान पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terrorist Attack) पर चर्चा करते हुए कहा कि हिंसा कोई समाधान नहीं है और वह कभी भी 'गलत को सही नहीं' कह सकते हैं। गांधी ने कहा कि वह एक शहीद के बेटे के का दर्द समझ सकते हैं क्योंकि वह उसी दर्द से गुज़रे थे। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि 'मैंने हिंसा में परिवार के दो सदस्यों को खो दिया है और मुझे पता है कि हिंसा काम नहीं करती है। केवल प्यार नफरत को नष्ट कर सकता है।'

कांग्रेस अध्यक्ष ने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को गले लगाने जिक्र करते हुए कहा कि जब लोग उनके परिवार के खिलाफ बोल रहे थे, तब उन्होंने केवल प्यार दिखाया। गांधी ने कहा, 'जब मैंने संसद में पीएम मोदी को गले लगाया, तो मैं महसूस कर सकता था कि वह हैरान हैं ... वह समझ नहीं पाए कि क्या हुआ ... मुझे लगा कि उनके जीवन में प्यार की कमी है।'

राहुल ने कहा, 'सारा काम 15-20 उद्योगपतियों के लिए ही किया जा रहा है। सोच स्पष्ट है कि सरकार शिक्षा पर पैसा नहीं लगाना चाहती। सरकार चाहती है कि शिक्षा पर पैसा छात्र लगायें और निजीकरण के जरिये इससे 15-20 उद्योगपतियों को ही मदद मिले। हमारा मानना है कि सरकार को शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में मदद करनी चाहिए।'

सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'आज विश्वविद्यालयों में कुलपति के पद पर एक संगठन की विचारधारा के लोग बैठाए जा रहे हैं। वे वैश्विक दृष्टि और छात्रों की भावनाओं से चिंतित नहीं हैं। वे केवल अपनी विचारधारा से संबंधित हैं और एक हथियार के रूप में भारत की शिक्षा प्रणाली का उपयोग करना चाहते हैं। यह छात्रों का अपमान है।'

राहुल ने कहा कि 'आज विश्वविद्यालयों में कुलपति के पद पर एक संगठन की विचारधारा के लोग बैठाये जा रहे हैं। वो चाहते हैं कि हिंदुस्तान की शिक्षा प्रणाली उनका औजार बन जाए। जब मैं कहता हूं कि सरकार को शिक्षा के लिए मदद करना चाहिए, तो इसका मतलब है कि बैंक कर्ज को आसान बनाना, छात्रवृत्ति, अधिक विश्वविद्यालयों को जोड़ना, नामांकन को आगे बढ़ाना। अगर आप इनके आंकड़ों को देखें, तो भाजपा राज में इनमें गिरावट आई है।'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'हिंदुस्तान में प्रधानमंत्री जो कहते हैं उसकी अनुभूति पूरे सिस्टम में जाती है। यदि प्रधानमंत्री नफरत के माहौल की निंदा करें और भाईचारे, प्यार का संदेश दें तो नफरत का माहौल अपने आप ठंडा हो जाएगा।'

उन्होंने कहा कि 'आज अर्धसैनिक बलों को शहीद का दर्जा नहीं मिलता लेकिन, कांग्रेस की सरकार आयेगी तो उन्हें शहीद का दर्जा मिलेगा।' बेरोजगारी के मुद्दे पर राहुल ने कहा कि 'जब आप भारत, अमेरिका और यूरोप के देशों को देखेंगे तो सबसे बड़ी समस्या नौकरियों की हैं। इस समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा, यही कारण है कि गुस्सा बढ़ रहा है और दक्षिणपंथी संगठन उस गुस्से का इस्तेमाल कर रहे हैं।हमारी सरकार मानना ही नहीं चाहती कि नौकरियों का संकट है। इस देश के युवा ही वास्तव में इस देश को प्रगति की ओर ले जाने में सक्षम हैं।'