कांग्रेस विधायक की शर्मनाक हरकत, इंजीनियर पर फेंका कीचड़, फिर पुल पर बांधा, देखें वीडियो

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के बेटे और कांग्रेस विधायक नितेश राणे द्वारा गुरुवार को नगर पालिका के इंजीनियर से बदसलूकी का मामला सामने आया है। कांकावाली में मुंबई-गोवा हाईवे के पास एक पुल पर उन्होंने अपने समर्थकों से इंजीनियर प्रकाश शादेक पर कीचड़ से भरी बाल्टी डलवाई। साथ ही उनके समर्थकों ने इंजीनियर को पुल की रेलिंग से बांधने का भी प्रयास किया। न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसका वीडियो जारी किया है।

जानकारी के मुताबिक, मुंबई के आसपास और कोंकण इलाके में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इसके चलते कणकवली से विधायक नितेश ने नगर पालिका के डिप्टी इंजीनियर प्रकाश शादेकर को कणकवली इलाके में सड़क निरीक्षण के लिए बुलाया था। इंजीनियर जैसे ही वहां पहुंचे राणे के समर्थकों ने उन पर कीचड़ से भरी बाल्टी उड़ेल दी। यही नहीं विरोध करने पर उनके साथ हाथापाई भी की गई। दरहसल, लगातार हो रही बारिश से मुंबई-गोवा हाईवे पर बड़े-बड़े खड्डे और कीचड़ जमा हो गया। विधायक इसी बात से नाराज थे।

वहीं, इस घटना के बाद नितेश ने कहा कि हमने इसके माध्यम से इंजीनियर को बताया कि कैसे लोग बारिश के बाद परेशान होते हैं। इस घटना से निगम कर्मचारी नाराज हैं और उन्होंने विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए हड़ताल पर जाने की धमकी दी।

क्रिकेट के बैट से की नगर निगम के एक भवन निरीक्षक की पिटाई

बता दे, कुछ दिन पहले इंदौर में जर्जर भवन ढ़हाये जाने की मुहिम के दौरान राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने 26 जून को नगर निगम के एक भवन निरीक्षक को क्रिकेट के बैट से कथित तौर पर पीट दिया था, जिसके बाद इंदौर की एक अदालत ने उन्हें 11 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। इसके बाद भोपाल की एक विशेष कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। आकाश विजयवर्गीय को जमानत मिलने के बाद यहां की विशेष अदालत ने इस मामले में सह आरोपी बनाये गये आठ अन्य लोगों को भी बुधवार को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिये हैं।

पीएम मोदी ने जताई नाराजगी

वही इस पूरे मामले पर नाराजगी जताते हुए पीएम मोदी ने दो टूक कहा कि इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। पीएम मोदी ने आकाश के पिता कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में कहा, 'ये क्या हो रहा है, जिसके मन में जो आ रहा है कर रहा है और फिर उसको समर्थन किया जा रहा है। किसी का बेटा हो, सांसद का बेटा हो या मंत्री का बेटा हो, ये कहा जा रहा है पहले निवेदन, फिर आवेदन फिर दनादन, कैसी भाषा है ये?' पीएम मोदी ने अब खुले मंच इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पार्टी के अंदर अंहकार, दुरव्यवहार और घंमंड की कोई जगह नहीं है। पीएम मोदी ने कहा है कि इस तरह की घटना कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसी घटनाएं तुरंत रोकी जानी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि मैं इसलिए खून पसीना नहीं बहा रहा हूं। किसी का बेटा होने पर मनमानी करने की छूट नहीं है। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसा व्यवहार हर्गिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।