बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर के बेटे ने कहा - हिन्दू-मुस्लिम विवाद ने ली मेरे पिता की जान

यूपी के बुलंदशहर जिले (Bulandshahr) में कथित गोकशी को आधार बनाकर भड़की हिंसा की आग में दो जिंदगियां बर्बाद हो गईं। इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) और एक आम नागरिक की मौत हो गई। इंस्पेक्टर सुबोध कुमार (Subodh Kumar Singh) की हत्या के मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस संबंध में स्याना कोतवाली के सब इंस्पेक्टर सुभाष सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज, बीजेपी युवा स्याना के नगर अध्यक्ष शिखर अग्रवाल, वीएचपी कार्यकर्ता उपेंद्र राघव को भी किया नामजद किया है।

पापा को मिल रही थीं धमकियां

बुलंदशहर में भीड़ की हिंसा के शिकार इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के बड़े बेटे श्रेय ने खुलासा करते हुए कहा कि पापा को लगातार धमकियां मिल रही थीं। आंखों में आंसू लिए श्रेय उन पलों को याद करते हुए कहते हैं कि पापा कहते थे बेटा यूपीएससी की पढ़ाई करो। सिविल सेवा में जाकर देश का नाम रौशन करो।

हिन्दू-मुस्लिम विवाद ने ली मेरे पिता की जान

छोटे बेटे अभिषेक ने कहा है कि हिन्दू-मुस्लिम विवाद की वजह से उनके पिता की जिंदगी चली गई। अभिषेक ने कहा- पिता मुझे अच्छा नागरिक बनाना चाहते थे जो समाज में धर्म के आधार पर किसी हिंसा को बढ़ावा नहीं दे। इंस्पेक्टर के बेटे ने यह भी सवाल किया- आज मेरे पापा की जान गई है, कल किसके पिता को मार डालोगे! उधर, बुलंदशहर में हिंसा फैलाने वाले साजिशकर्ताओं की धरपकड़ अब शुरू हो गई है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बुलन्दशहर में हुई हिंसा पर दुख व्यक्त किया और इस घटना में शहीद हुए पुलिस इंस्पेक्टर के परिजन को कुल 50 लाख रूपये की सहायता का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने दो दिन के अंदर मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश भी दिया है। उन्होंने शहीद पुलिस अफसर की पत्नी को 40 लाख रूपए और उनके माता-पिता को 10 लाख रूपये की सहायता की घोषणा की।