
राजस्थान के करौली जिला परिषद की साधारण सभा बैठक के दौरान बीजेपी विधायकों ने अधिकारियों पर जमकर गुस्से का इजहार किया। अधिकारियों की लेट-लतीफी से नाराज करौली विधायक दर्शन सिंह गुर्जर और सपोटरा विधायक हंसराज बालोती ने बैठक में तय समय से 1 घंटे 45 मिनट देरी से पहुंचे अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाई। इस दौरान करीब 20 मिनट तक तीखी बहस और नोकझोंक के बाद बैठक शुरू हो पाई।
अधिकारियों की लापरवाही पर सवाल उठाएबीजेपी विधायक दर्शन सिंह गुर्जर ने कहा कि जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर बैठक बुलाई गई थी, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही बिल्कुल अनुचित है। उन्होंने यह सवाल उठाया कि जब जनप्रतिनिधि समय पर पहुंच सकते हैं, तो प्रशासनिक अधिकारी क्यों नहीं?
सपोटरा विधायक ने भी अधिकारियों से पूछा- ‘कहाँ है अनुशासन?’सपोटरा विधायक हंसराज बालोती ने सख्त लहजे में नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर प्रशासनिक अनुशासन का यह हाल है, तो विकास कार्यों की गति का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों की देर से पहुंचने पर उनकी जवाबदेही तय करने की मांग की।
एसीईओ ने दी अपनी सफाईइस मामले में एसीईओ ने जवाब दिया कि बैठक का समय 11:30 बजे तय किया गया था, लेकिन जिला परिषद के सदस्यों की वजह से बैठक में देरी हुई। उन्होंने बताया कि यह समस्या इसलिए हुई क्योंकि जन समस्याओं से जुड़े मुद्दे पर एक से दो सदस्य समय पर नहीं पहुंच सके थे।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी सुनाई खरी-खोटीबैठक के दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी विधायक दवारा फटकार लगाई गई। विधायकों ने विभाग के अधिकारियों से डेपुटेशन रिपोर्ट मांगी और इस पर नाराजगी जताई कि विभाग के आधे से ज्यादा कर्मचारी डेपुटेशन पर लगे हुए थे, जिससे शिक्षा कार्यों पर असर पड़ा था।