नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में भाजपा को जोर का झटका लगा है। धुपगुड़ी विधानसभा सीट पर हुए उपचनाव में भाजपा की प्रत्याशी तापसी रॉय चार हजार से ज्यादा मतों से चुनाव हार गई हैं। तापसी रॉय जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए CRPF के एक जवान की विधवा हैं, उन्हें टीएमसी के निर्मल चंद्र रॉय ने हराया। निर्मल चंद्र रॉय एक कॉलेज में पढ़ाते हैं।
धुपगुड़ी विधानसभा उपचुनाव में मिली हार भाजपा के लिए इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि 2021 के बाद से पश्चिम बंगाल में जितने भी उपचुनाव हुए हैं, उनमें भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। राज्य विधानसभा में भाजपा के विधायकों की संख्या 77 से घटकर 74 पर आ गई है। भाजपा के 6 विधायक पाला बदलकर टीएमसी में शामिल हो गए हैं लेकिन उन्होंने अभी तक भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है।
उपचुनाव में मिली जीत के बाद राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि उत्तर बंगाल हमारे साथ है। धुपगुड़ी की सीट पर भाजपा ने विधानसभा चुनाव जीता था, अब उपचुनाव में जनता ने हमें चुना है। उन्होंने विधानसभा के लोगों को बधाई देते हुए कहा, “जहां भी भाजपा हारी है और इंडिया गठबंधन को जीत मिली है, मैं उन सभी को बधाई देती हूं।”
यूपी में भी हारी भाजपाउत्तर प्रदेश में हुए घोसी विधानसभा उपचुनाव में भी भाजपा को बड़ा झटका लगा है। घोसी में सपा के प्रत्याशी सुधाकर सिंह ने 60 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है। उन्होंने भाजपा के दारासिंह चौहान को मात दी। दारासिंह चौहान ने 2022 विधानसभा चुनाव सपा के टिकट पर लड़ा था और जीत दर्ज की थी लेकिन कुछ समय पहले वो इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने उन्हें उन्हीं की जीत हुई सीट पर फिर चुनाव लड़ने के लिए उतारा था, लेकिन वे हार गए।
हार पर क्या है भाजपा की प्रतिक्रियाधुपगुड़ी विधानसभा उपचुनाव में हार के बाद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने शुक्रवार को कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव से पहले “उचित” आत्म-मूल्यांकन और कमियों को ठीक करने का आह्वान किया। उन्होंने PTI से बातचीत में कहा, “मेरा मानना है कि अब समय आ गया है कि उचित आत्म-मूल्यांकन किया जाए और लोकसभा चुनाव से पहले संगठनात्मक कमियां दूर की जाएं। हमें अपनी कमियों को जल्द से जल्द ठीक करने के उपाय करने चाहिए।”