फर्जी रिपोर्ट / बिना टेस्ट के ही सबको कोरोना निगेटिव बताता था ये हॉस्पिटल, मालिक गिरफ्तार

कोरोना वायरस की टेस्टिंग को लेकर की देशों में फर्जी रिपोर्ट बनाने का काम भी धड़ल्ले से चल रहा है। ऐसा ही एक मामला से सामने आया है। यहां एक अस्पताल के मालिक ने अपने दो क्लीनिकों में मरीजों को हजारों की संख्या में कोरोना वायरस के फर्जी निगेटिव रिपोर्ट बनाकर दिए। मामला के खुलासा होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। 42 साल के इस आरोपी का नाम मोहम्मद शाहिद है और वो मरीजों का टेस्ट किए बिना ही उन्हें संक्रमणमुक्त बताते हुए फेक सर्टिफिकेट दे रहा था।

पुलिस पिछले 9 दिनों से इस आरोपी की तलाश में थी। रैपिड एक्शन बटालियन के प्रवक्ता कर्नल आशिक बिल्ला ने एएफपी समाचार एजेंसी को बताया, 'उसे बॉर्डर पर नदी किनारे से गिरफ्तार किया गया। वो बुर्का पहनकर भारत भागने की कोशिश कर रहा था।' आशिक बिल्ला ने बताया, 'मोहम्मद शाहिद के अस्पतालों ने 10,500 कोरोना वायरस टेस्ट किए, जिनमें से 4,200 सही थे जबकि बाकी, 6,300 रिपोर्ट बिना टेस्ट के ही दे दिए गए थे।'

इस घोटाले के सिलसिले में पिछले कुछ दिनों में अधिकारियों ने एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस क्लीनिक द्वारा जारी फर्जी सर्टिफिकेट की वजह से देश में स्थिति और खराब हो रही है।

शाहिद पर सर्टिफिकेट और COVID-19 के इलाज के लिए पैसे लेने का भी आरोप है। जबकि उसने सरकार से अपने अस्पताल में मरीजों का मुफ्त इलाज करने की बात कही थी।