अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण को लेकर लगातार सामने आ रहे बयानों में अब बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने मंगलवार को इस मसले पर बोलते हुए कहा कि मंदिर बनना चाहिए नहीं तो लोगों का बीजेपी से विश्वास उठ जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बीजेपी उत्तर प्रदेश और केंद्र दोनों जगह सत्ता में है इसलिए सत्ताधारी दल के लिए मंदिर का निर्माण करना जरूरी है। रामदेव ने कहा कि अयोध्या में कारसेवक राम मंदिर का निर्माण शुरू नहीं कर सकते क्योंकि यह न्यायालय की अवमानना होगी।
रामदेव ने राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की पैरवी भी की। उन्होंने कहा कि बीजेपी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण न कराकर लोगों का विश्वास खोती जा रही है। रामदेव ने कहा कि बीजेपी को राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाना चाहिए। अगर बीजेपी ऐसा नहीं करती है, तो यह देश और बीजेपी दोनों के ही हित में नहीं होगा। गौरतलब है कि विश्व हिंदू परिषद ने 25 नवंबर को अयोध्या में धर्म सभा का आयोजन किया था। वहीं, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने परिवार समेत 25 नवंबर को रामलला के दर्शन किए थे।
इससे पहले बाबा रामदेव मंदिर निर्माण की बात उठा चुके हैं। उन्होंने कहा था कि यदि सुप्रीम कोर्ट समय पर फैसला नहीं देता है तो संसद में बिल लाना चाहिए। बकौल रामदेव, 'यदि सुप्रीम कोर्ट में जल्द फैसला नहीं होता है तो लोकतंत्र में संसद सबसे बड़ी संस्था है और बिल लाने में कोई बुराई नहीं है। अयोध्या में राम मंदिर नहीं बनेगा तो और क्या बनेगा।' इससे पहले रविवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी जल्द से जल्द मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन छेड़ने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि धैर्य खत्म हो चुका है और मंदिर बनाने के लिए कानून बनाया जाना चाहिए।
बता दें कि हाल ही में राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में धर्म संसद का आयोजन किया था। वहीं केंद्र और महाराष्ट्र दोनों जगह बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी राम मंदिर को लेकर बीजेपी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। उद्धव ठाकरे ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर था, है और रहेगा, लेकिन दिख नहीं रहा है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द होना चाहिए। राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार को अध्यादेश लाना चाहिए। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि अब तक बीजेपी राम मंदिर क्यों नहीं बनवा सकी। अगर मामला अदालत के पास ही जाना है तो चुनाव के प्रचार के दरम्यान उसे इस्तेमाल ना करें और बता दो कि भाइयों और बहनों हमें माफ करो ये भी हमारा एक चुनावी जुमला था। हिंदुओं और उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ ना करें, मैं यही कहने यहां आया हूं।
शिवसेना प्रमुख ने कहा था कि 'मैंने सुना था कि मुख्यमंत्री योगी जी ने कहा कि मंदिर था, है और रहेगा। ये तो हमारी धारणा है, हमारी भावना है। दुख इस बात का है कि वो दिख नहीं रहा। वो मंदिर दिखेगा कब। जल्द से जल्द उसका निर्माण होना चाहिए।' उन्होंने कहा 'चुनाव के वक्त राम-राम, बाद में आराम-आराम। इस शीतकालीन सत्र में कानून लाओ राम मंदिर बनाओ। हम साथ देंगे। कानून बनाओ। कुछ भी करो। मंदिर बनाओ। बहुत हुआ, हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ करना बंद करो। बीजेपी ने घोषणा पत्र में लिखा है कि संविधान के दायरे में राम मंदिर के लिए संभावना के प्रयास करेंगे। अगर कानून पर निर्भर हैं तो चुनाव में मंदिर का इस्तेमाल न करें।