अटल भूजल योजना को PM मोदी ने किया लांच, बोले- पूरा हुआ वाजपेयी जी का सपना

अटल बिहारी वाजपेयी की 95वीं जयंती के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में 'अटल भूजल योजना' की शुरुआत की। इस योजना से 8,350 गांवों को लाभ मिलेगा। मंगलवार को ही पीएम मोदी के नेतृत्व में हुई कैबिनेट मीटिंग में इसे मंजूरी दी गई थी। इसके अलावा मनाली को लेह से जोड़ने वाली रोहतांग सुरंग का नाम भी अटल सुरंग रखा गया। पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण एक बड़ी परियोजना का नाम अटल जी को समर्पित किया गया है। हिमाचल प्रदेश को लद्दाख और जम्मू-कश्मीर से जोड़ने वाली, मनाली को लेह से जोड़ने वाली रोहतांग टनल अब अटल टनल के नाम से जानी जाएगी।

पीएम मोदी ने कहा कि इससे वाजपेयी जी का सपना पूरा हुआ। पानी का विषय अटल जी के करीब था। पानी का संकट सबके लिए चिंता का विषय है। न्यू इंडिया को हमें जल संकट की हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना है। इसके लिए हम पांच स्तर पर एक साथ काम कर रहे हैं।

बता दे, अटल भूजल योजना को 12 दिसंबर को ही वर्ल्ड बैंक की ओर से मंजूरी मिली है। 6,000 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में 50 फीसदी हिस्सेदारी भारत सरकार की होगी, जबकि आधा हिस्सा वर्ल्ड बैंक की ओर से खर्च किया जाएगा। सरकार का दावा है कि इस योजना से किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी।

पीएम मोदी ने कहा इस स्कीम को जल संकट से प्रभावित उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में लागू किया जाएगा। इन राज्यों का चयन भूजल की कमी, प्रदूषण और अन्य मानकों को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इन सात राज्यों के 78 जिलों में 8,300 से ज्यादा ग्राम पंचायतों में भूजल की स्थिति बहुत ही चिंताजनक है। इसका बहुत बड़ा खामियाजा वहां के लोगों को उठाना पड़ता है। लोगों को इन दिक्कतों से मुक्ति मिले, जल स्तर में सुधार हो इसके लिए हमें जागरूकता अभियान चलाने होंगे।

पीएम मोदी ने कहा ग्राम पंचायत स्तर पर जल सुरक्षा के लिए काम किया जाएगा। भूजल के संरक्षण के लिए शैक्षणिक और संवाद कार्यक्रमों को संचालित किया जाएगा। इस स्कीम में आम लोगों को भी शामिल किया जाएगा। वाटर यूजर असोसिएशन, मॉनिटरिंग और भूजल की निकासी के डेटा संकलन की मदद से इस स्कीम को आगे बढ़ाया जाएगा।