अमित शाह ने उठाया राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से मिले चंदे का मुद्दा

अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 9 दिसंबर को हुई झड़प पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज देश में भाजपा की सरकार है। जब तक हमारी सरकार है, भारत की 1 इंच जमीन पर कोई भी कब्जा नहीं कर सकता है। हमारी सेना के जवानों ने जो वीरता दिखाई है, मैं इसकी प्रशंसा करता हूं। सेना ने कुछ ही देर में घुसे हुए सभी लोगों को भगा दिया और हमारी जमीन की सुरक्षा की।

इतना ही नहीं अमित शाह ने लोकसभा में आज विपक्ष के प्रश्नकाल नहीं चलने देने की भी निंदा की। शाह ने कहा कि मैं इस कृत्य की निंदा करता हूं। जबकि संसदीय कार्य मंत्री ने साफ कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद में तवांग फेसऑफ के मुद्दे पर बयान देंगे। शाह ने कहा कि जब मैंने प्रश्नकाल की सूची देखी और प्रश्न संख्या 5 देखने के बाद मुझे कांग्रेस की चिंता समझ में आई। एक सवाल राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस को रद्द करने के संबंध में था।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि चीन से 2005-2006 और 2006-2007 के बीच राजीव गांधी फाउंडेशन ने 1 करोड़ 35 लाख रुपए लिए। फाउंडेशन का कहना है कि वह सामाजिक और रिसर्च वर्क के लिए पैसे देते थे, लेकिन इन पैसों का इस्तेमाल भारत-चीन संबंधों को मजबूत करने में किया गया। अगर कोई रिसर्च हुआ होता तो उसके रिपोर्ट दी गई होती।

गृह मंत्री ने कहा कि सीआरएनए में पाया गया कि गलत तरीके से चीन के पैसे का मिस यूज किया गया। जाकिर नाइक के इस्लामिक संगठन से भी राजीव गांधी फाउंडेशन ने चंदा लिया। राजीव गांधी फाउंडेशन को रद्द करने की यही वजह थी।

शाह ने कहा कि मनमोहन सिंह की अरुणाचल की यात्रा पर चीन ने आपत्ति जताई थी, क्या ये आपके शोध का विषय था? शाह ने कहा कि ये नरेंद्र मोदी की बीजेपी सरकार है। देश की एक इंच जमीन को भी किसी को हाथ लगाने नहीं दिया जाएगा।