चारधाम यात्रा के लिए 6 अक्टूबर से फिर शुरू होगा पंजीकरण, एक आधार कार्ड पर 6 लोगों का रजिस्ट्रेशन

कोरोना के इस दौर में एहतियात और नियमों के साथ चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी हैं। इस यात्रा के लिए यात्रियों को पहले पंजीकरण कराना होता हैं जो कि एक बार फिर 6 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा हैं। पंजीकरण के लिए आधार कार्ड की जरूरत होगी और एक आधार कार्ड पर छह लोगों का पंजीकरण हो सकता हैं। 18 सितंबर से चार अक्टूबर तक केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में 43 हजार से अधिक तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं। जबकि 15 अक्टूबर तक लगभग 70 हजार तीर्थ यात्रियों ने ई-पास के लिए पंजीकरण किया है। 6 अक्टूबर से केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की 15 अक्टूबर से आगे की यात्रा के लिए पंजीकरण किया जा सकेगा। नवरात्रों के चलते चारों धामों में 15 अक्टूबर तक पंजीकरण फुल हैं। लगभग 70 हजार यात्रियों ने पंजीकरण कराया है।

प्रदेश में कोर्ट की रोक हटने के बाद सरकार ने 18 सितंबर से चारधाम यात्रा का संचालन शुरू किया था। राज्य और बाहर से चारों धामों के दर्शन के लिए जाने वाले यात्रियों को ई-पास की व्यवस्था की गई है। इसके लिए देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in पर पंजीकरण करना होगा। हाईकोर्ट के दिशा-निर्देश पर सरकार ने चारों धामों के दर्शन करने के लिए प्रतिदिन यात्रियों की संख्या तय की है। बदरीनाथ के लिए एक हजार, केदारनाथ के लिए 800, गंगोत्री की 600, यमुनोत्री धाम के लिए 400 अधिकतम यात्री संख्या निर्धारित है।