जोधपुर : मां की मजबूरी या निर्ममता! रात के अंधेरे में एक दिन की नवजात बच्ची को छोड़ा पालने में

जोधपुर शहर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया जहां पावटा स्थित सैटेलाइट अस्पताल के पालने में कोई रात के अंधेरे में एक दिन की नवजात बच्ची को छोड़ गया। अब यह एक मां की मजबूरी थी या निर्ममता पता नहीं। नवजात बच्ची की अस्पताल के डॉक्टरों ने जांच की और उसे एकदम स्वस्थ पाया। आज सुबह बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष धनपत गुर्जर भी सूचना मिलने पर नवजात बच्ची को संभालने अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि अस्पताल के डॉक्टरों से बात करने के बाद इसे राजकीय शिशु गृह में शिफ्ट करने का फैसला किया गया है। ताकि वहां पर इसकी उचित देखभाल हो सके।

दरअसल, पावटा चौराहे पर स्थित सैटेलाइट अस्पताल में एक पालना रखा हुआ है। ताकि कोई मां अपने बच्चे को पालने में असमर्थ हो तो वह उसे छोड़कर जा सकती है। अस्पताल के कर्मचारियों ने आज सुबह तीन बजे एक बच्चे के रोने की आवाज सुनी। उन्होंने तुरंत पालने की जांच की तो वहां एक नवजात बच्ची कपड़े में लिपटी हुई मिली। बच्ची को तुरंत अंदर ले जाकर डॉक्टर से जांच कराई गई। बच्ची एकदम स्वस्थ पाई गई। इस बच्ची को अब राजकीय शिशु गृह में भेजने का निर्णय किया गया है।