कर्मचारियों के अचानक सिक लीव लेने से रद्द हुई एयर इंडिया और एयर एक्सप्रेस की 86 उड़ान

नई दिल्ली। एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस से उड़ान भरने वाले लोगों के लिए बुधवार की सुबह बेहद परेशानियों वाली रही। इन दोनों एयरलाइंस ने अपनी कम से कम 86 फ्लाइट्स कैंसल कर दी. कंपनी ने अपने इस कदम के पीछे अब कई पायलट्स और क्रू मेंबर्स के ‘मास सिक लीव’ (सामूहिक रूप से बीमारी की छुट्टी) लेने को वजह बताया है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर एयरलाइंस के इतने सारे कर्मचारियों ने अचानक से छुट्टी क्यों ले ली।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एयरलाइंस के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी सिक लीव ली है, जिनकी संख्या तकरीबन 300 बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि नए अपॉइंटमेंट नियमों के बाद प्रोटेस्ट देखने को मिल रहा है, जिसके नतीजतन कल तकरीबन 300 केबिन क्रू ने सिक लीव ली है।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की ओर से 2023 में टाटा ग्रुप की बजट एयरलाइन एआईएक्स कनेक्ट (पूर्व एयर एशिया इंडिया) और एयर इंडिया एक्सप्रेस का विलय करने की मंजूरी दे दी गई थी।

सूत्रों ने बताया कि एयरलाइन की ओर से किए जा रहे बदलावों से केबिन क्रू समेत वरिष्ठ कर्मचारी खुश नहीं थे।

जानकारी के मुताबिक, जो उड़ानें रद्द हुई हैं, उनमें घरेलू के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल हैं। केवल केरल के चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, कोझिकोड और कन्नूर से करीब एक दर्जन उड़ानें रद्द हुई हैं। इनमें अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी थीं, जो कि मध्य पूर्व के देशों में जा रही थीं।

एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, हमारे केबिन क्रू का एक वर्ग मंगलवार शाम से बीमारी की छुट्टी पर चला गया है। इसके कारण कई उड़ानों को देरी का सामना करना पड़ रहा है और कई उड़ानों को रद्द किया गया है। हम क्रू के साथ इस मसले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे यात्रियों को कम से कम असुविधा का सामना करना पड़े।

एयरलाइन के प्रवक्ता ने आगे कहा, हम यात्रियों को हुई इस असुविधा के कारण माफी मांगते हैं। मौजूदा परिस्थिति हमारे मानकों को प्रदर्शित नहीं करती है। उड़ान रद्द होने के कारण जिन यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा है, हम उन्हें पूरा रिफंड या अगली तारीख के लिए नई उड़ान की पेशकश करते हैं।

साथ ही यात्रियों से अपील करते हुए कहा कि अगर एयर इंडिया एक्सप्रेस से उनकी आज की उड़ान है तो कृपया घर से निकलने से पहले चेक करें कि वह प्रभावित है या नहीं।

सूत्रों के मुताबिक, एअर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस में विलय होने वाला है, इसलिए दोनों एयरलाइंस के पायलट और केबिन क्रू को लग रहा है कि उनकी जॉब खतरे में है। इसलिए सभी लोग प्रोटेस्ट कर रहे हैं। बीती रात से यह प्रोटेस्ट बड़ा हो गया है, जिसके कारण 86 फ्लाइट कैंसल हुई हैं। इनमें मिडल ईस्ट और गल्फ देशों की सबसे ज्यादा फ्लाइट शामिल हैं।

जब एयर इंडिया केंद्र सरकार के पास थी, तब कई यूनियन पायलट और केबिन क्रू के साथ थी, लेकिन अब प्राइवेट होने के बाद इन यूनियंस का ज्यादा महत्व नहीं है। इन्हीं सारी वजहों से एयरलाइंस के कर्मचारी नाराज हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सूत्रों ने बुधवार को बताया कि सोमवार शाम से ही कई विमान कर्मियों ने बीमार होने की सूचना देनी शुरू कर दी और क्रू मंबर्स की कमी के कारण कोच्चि, कालीकट तथा बेंगलुरू समेत विभिन्न एयरपोर्ट्स पर कई उड़ानें रद्द करनी पड़ गईं। सूत्रों के मुताबिक, अगर यह मामला जल्द नहीं सुलझा तो एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस की कई उड़ानें और भी कैंसल होंगी।