राजस्थान में 52 दिन बाद मिले सबसे कम 2,314 नए संक्रमित, 70 लोगों ने गंवाई जान

राजस्थान में कोरोना की स्थिति नियंत्रित नजर आ रही हैं जहां बीते एक सप्ताह में 54 फीसदी एक्टिव केस घटे हैं। शनिवार को राज्य में 52 दिन बाद संक्रमण की दर 5 फीसदी से भी नीचे दर्ज हुई। पूरे स्टेट में कोरोना के 2,314 नए केस मिले हैं, जबकि 70 लोगों की मौत इस बीमारी से हुई है। एक्टिव केस भी कम होकर 56,628 पर पहुंच गए। वहीँ 8,108 मरीज ठीक भी हुए हैं जिससे रिकवरी रेट बढ़कर 93 फीसदी को पार कर गई।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से जारी रिपोर्ट को देखें तो राज्य में रिकवर मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। इसके चलते प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या भी पिछले 7 दिन में 54 फीसदी तक कम हो गई। 22 मई को 1,22,330 एक्टिव केस थे, जो 65,702 कम होकर 56,628 पर पहुंच गए। 33 में से 15 जिले ऐसे हैं, जहां एक्टिव केस एक हजार से भी कम हो गए, जिसका सीधा असर जिलों में अस्पतालों में देखने को मिल रहा है।

केवल 6 जिलों में 100 से ज्यादा मरीज

राज्य में लंबे समय बाद ऐसा हुआ है, जब 33 में से केवल 6 जिलों में ही नये मरीजों की संख्या 100 से ज्यादा रही है। सबसे ज्यादा 401 केस जयपुर में मिले हैं। इसके अलावा अलवर में 178, जोधपुर 171, उदयपुर 137, हनुमानगढ़ 112 और गंगानगर में 101 मरीज मिले हैं। इसके अलावा शेष सभी जिलों में 100 से कम मरीज मिले हैं। वहीं 18 जिले ऐसे है, जिनमें 50 से भी कम मरीज मिले हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट होने का सबसे ज्यादा असर जयपुर के अस्पतालों में देखने को मिल रहा है। पिछले 7 दिन के अंदर जयपुर में 53 फीसदी एक्टिव केस कम हुए हैं। सबसे ज्यादा जालौर में 75 फीसदी, जबकि सबसे कम हनुमानगढ़ में 24 फीसदी एक्टिव केस कम हुए।

भारत में कोरोना : 1.65 लाख नए कोरोना मरीज जबकि 2.64 लाख हुए ठीक, 3463 की मौत

देश में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं। हालांकि मौत का बढ़ता आंकड़ा अब भी चिंता का सबब बना हुआ है। पिछले 24 घंटे में 1 लाख 65 हजार 144 नए कोरोना मरीज मिले। यह आंकड़ा बीते 47 दिनों में सबसे कम है। इससे पहले 12 अप्रैल को 1 लाख 60 हजार 854 केस आए थे। इस बीच जो चिंता बढ़ा रहे है वो है रोजाना होने वाली मौतों की संख्या। बीते दिन 3,463 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हुई। देश में अब तक 3.25 लाख लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो गई है। राहत की बात यह रही कि इस दौरान 2 लाख 64 हजार 342 मरीज ठीक भी हुए। ठीक हुए मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिसके चलते एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 21.09 लाख पर पहुँच गई है।