कोरोना वायरस : अमेरिका में 22 लाख और UK में होंगी 5 लाख मौतें- स्टडी

कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से अमेरिका (America) में 22 लाख और यूके (Britain) में करीब 5 लाख लोगों की मौत हो सकती है। यह खुलासा ब्रिटेन में एक स्टडी में किया गया है। कोराना वायरस (COVID-19) का संक्रमण यहां तेजी से पैर पसार रहा है। स्टडी में कहा गया है कि सरकार जितना अंदाजा लगा रही है, उससे कहीं ज्यादा मौतें होंगी। स्टडी कोरोना वायरस से होने वाले सबसे खराब हालात की ओर इशारा कर रही हैं। कोरोना वायरस को लेकर चेतावनी जारी करने वाली स्टडी लंदन के इंपीरियल कॉलेज के एक मैथेमेटिकल बॉयोलॉजी के प्रोफेसर नील फरग्यूशन ने तैयार की है। इन्होंने इटली से लिए डाटा के आधार पर कोरोना वायरस के संक्रमण से होने वाली मौतों का अंदाजा लगाया है।

ब्रिटेन ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सोमवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सभी तरह के सोशल लाइफ को प्रतिबंध कर दिया। दुनिया की पांचवी बड़ी इकोनॉमी अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि खासकर 70 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। इस स्टडी से ब्रिटिश सरकार को महामारी से निपटने में मदद मिल सकती है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि उन्होंने महामारी से निपटने के अपने प्लान में तेजी लाई है। इसमें एक्सपर्ट की सलाह को भी शामिल किया जा रहा है और सरकार के एक्शन प्लान में नए नए तरीके अपनाए जा रहे हैं।

क्या कहा गया स्टडी में?

स्टडी में कहा गया है कि संक्रमण को रोकने के सरकार के पिछले प्लान में लोगों को आइसोलेशन में भेजने के बावजूद सामाजिक तौर पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाए गए। जिसकी वजह से 2.5 लाख लोगों की मौत हो सकती है। स्टडी में ब्रिटेन की खराब स्वास्थ्य व्यवस्था की ओर भी इशारा किया गया है। नील फरग्यूशन ने 1918 की महामारी की तुलना कोरोना वायरस से की है। उन्होंने कहा है कि महामारी से निपटने के पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए हैं, जिसकी वजह से अमेरिका में 22 लाख और यूके में 5 लाख मौतें हो सकती हैं।

स्टडी में यह भी कहा गया है कि वायरस संक्रमण को रोकने के लिए कड़े सामाजिक प्रतिबंध लगाने चाहिए। क्लब, पब और थियेटर को पूरी तरह से बंद किया जाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो महामारी के भयावह परिणाम हो सकते हैं।आगे आने वाला वक्त बहुत कठिन है। इस स्टडी के एक और रिसर्चर की तरफ से कहा गया है कि महामारी की वजह से समाज और हमारी अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित होने वाली है।