इन दो वीरों ने डिज़ाइन किया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का लोगो, भारतीय सेना ने उजागर किए नाम

भारतीय सशस्त्र बलों के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का प्रतीकात्मक और भावनात्मक लोगो दो वीर सैनिकों—लेफ्टिनेंट कर्नल हर्ष गुप्ता और हवलदार सुरिंदर सिंह—द्वारा डिज़ाइन किया गया था। इस लोगो ने देशभर में जनमानस का ध्यान खींचा और इस सैन्य कार्रवाई की पहचान बन गया।

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने 6 मई की रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकवादी ठिकानों को तबाह कर दिया। इस निर्णायक कार्रवाई के कुछ ही समय बाद, भारतीय सेना के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का लोगो एक भावुक संदेश के साथ साझा किया गया, जो इस ऑपरेशन का प्रतीक बन गया।

पत्रिका 'बातचीत' में हुआ लोगो का खुलासा

भारतीय सेना की पत्रिका ‘बातचीत’ के नवीनतम अंक में इस ऑपरेशन से जुड़ी जानकारी साझा की गई। सेना ने विशेष रूप से इस अंक में दोनों सैन्यकर्मियों की तस्वीरों के साथ 'ऑपरेशन सिंदूर' का लोगो प्रकाशित किया। 17 पृष्ठों की इस पत्रिका के पहले पृष्ठ पर, भारतीय सेना के प्रतीक चिह्न के नीचे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का भव्य लोगो अंकित है।

X (पूर्व ट्विटर) पर जारी किया गया लोगो

भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के सिर्फ आधे घंटे के अंदर 'ऑपरेशन सिंदूर' के नाम को सार्वजनिक कर दिया। सेना के आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट ADGPI से लोगो जारी किया गया था।

इस लोगो में अंग्रेज़ी में ‘Operation Sindoor’ लिखा गया है। पहले 'O' को एक सिंदूर भरी कटोरी के रूप में दर्शाया गया है, और दूसरे 'O' के चारों ओर सिंदूर बिखरा हुआ दिखाया गया है। रात 1:51 बजे सेना ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा – “पहलगाम हमला, न्याय हुआ। जय हिंद।”

हर सैन्य और सरकारी कार्यक्रम में दिखा लोगो

6 और 7 मई की रात के बाद से ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का लोगो सेना और सरकार के लगभग हर कार्यक्रम में प्रमुखता से दिखाई देने लगा। यह लोगो न केवल सैन्य कार्रवाई का प्रतीक है, बल्कि पहलगाम हमले में शहीद हुए नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय का संकल्प भी दर्शाता है।

22 अप्रैल को पाकिस्तान से आए आतंकियों ने धर्म के नाम पर 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी थी। शहीदों की पत्नियों को खासतौर से प्रधानमंत्री मोदी के लिए संदेश देने की धमकी दी गई थी। इसी कारण इस जवाबी कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया – क्योंकि यह आतंकियों द्वारा देश की बेटियों के सिंदूर को मिटाने का प्रतिशोध था।

ऑपरेशन सिंदूर में 100+ आतंकी मारे गए

इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया। इनमें कई टॉप कमांडर भी शामिल थे, जो भारत के खिलाफ बड़े हमलों की योजना बना रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी का कड़ा संदेश

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात सरकार के शहरी विकास कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने कहा, “वसुधैव कुटुम्बकम् हमारा संस्कार है, लेकिन अगर कोई हमारी शक्ति को चुनौती देगा तो भारत भी वीरों की भूमि है।”

मोदी ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देना कोई छिपा हुआ ‘परोक्ष युद्ध’ नहीं है, बल्कि एक सोची-समझी युद्ध रणनीति है। उन्होंने यह भी कहा कि जब 6 मई की रात मारे गए आतंकियों को पाकिस्तान में राजकीय सम्मान दिया गया, तो यह प्रमाण है कि वे केवल आतंकवादी नहीं, बल्कि उनके लिए सैनिक के रूप में काम कर रहे थे।

उन्होंने कहा, “अगर वे युद्ध के मैदान में आएंगे, तो जवाब भी युद्ध स्तर पर ही मिलेगा।”

प्रधानमंत्री का यह बयान, पहलगाम हमले और उसके जवाब में हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद उनकी पहली गुजरात यात्रा के दौरान आया।