Air India को पहले ही चेतावनी दे चुका था DGCA, फिर भी हुआ हादसा; पूर्व संयुक्त सचिव ने पूछा– आखिर कहां हुई चूक?

अहमदाबाद में हाल ही में हुए भयावह एयर इंडिया बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान हादसे पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पूर्व संयुक्त सचिव डॉ. सनत कौल ने कई गंभीर और चिंताजनक सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह हादसा न सिर्फ दर्दनाक है, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई, बल्कि यह भारत के एविएशन सेक्टर की सुरक्षा प्रणाली पर भी कई सवाल खड़े करता है।

दोनों इंजन एकसाथ कैसे हो सकते हैं फेल? उठाया बड़ा सवाल

डॉ. कौल ने सबसे अहम सवाल यह उठाया कि आखिर एक साथ दोनों इंजन कैसे फेल हो सकते हैं? उन्होंने इसे तकनीकी दृष्टिकोण से बेहद असामान्य और चिंताजनक बताया। उनका कहना है कि विमान दुर्घटनाएं कई वजहों से हो सकती हैं, लेकिन दोनों इंजन का एकसाथ फेल हो जाना एक गंभीर सिस्टमिक फेल्योर का संकेत देता है।

हादसे का शिकार हुआ विमान महज 10 साल पुराना था


उन्होंने बताया कि बोइंग एक प्रतिष्ठित और 100 साल पुरानी विमान निर्माता कंपनी है, लेकिन बीते कुछ वर्षों में इसके खिलाफ गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को लेकर अमेरिका सहित कई देशों में शिकायतें दर्ज हुई हैं। हादसे का शिकार हुआ विमान बोइंग 787 ड्रीमलाइनर था, जिसकी उम्र महज 10 साल थी, इसलिए अचानक ऐसी तकनीकी खराबी चिंताजनक है।

एयर इंडिया को पहले भी भेजे जा चुके थे DGCA के चेतावनी पत्र

डॉ. सनत कौल ने यह भी खुलासा किया कि DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने बीते कुछ महीनों में एयर इंडिया को कई बार पत्र लिखकर सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाए थे और आवश्यक सुधार की सिफारिशें भी की थीं। उन्होंने कहा कि यह बताता है कि शायद कुछ सुरक्षा पहलुओं को गंभीरता से नहीं लिया गया।

हादसे की जांच में अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ भी होंगे शामिल


उन्होंने जानकारी दी कि इस दुर्घटना की जांच में विदेशी विशेषज्ञ टीमों, अमेरिका से बोइंग के तकनीकी विशेषज्ञों और भारत की DGCA टीम की संयुक्त भागीदारी होगी। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि जांच निष्पक्ष तरीके से की जाएगी और यदि किसी स्तर पर लापरवाही पाई जाती है, तो कड़ी कार्रवाई भी होनी चाहिए।