गुस्सा एक प्रकार का भाव है जो व्यक्ति के अंतर्मन में रहता है। यह एक प्रकार का नकारात्मक भाव है जिस में अपराध बोध, आक्रोष, ईर्ष्या आदि बहुतकुछ शामिल होता है। गुस्सा आने से व्यक्ति की सकारात्मक सोच लगभग समाप्त हो जाती है। आजकल बच्चे बहुत ज्यादा जिद्दी और गुस्सैल स्वभाव के होते जा रहे हैं। जिस कारण माता-पिता अपने बच्चो को लेकर बहुत परेसान और चिंतित रहते है। उन्हें बहुत मानसिक कष्ट झेलना पड़ता है बहुत से माता-पिता अपने बच्चे के गुस्से को ठीक से कण्ट्रोल नहीं कर पाते है। और वह खुद गुस्सा करने लगते है। बच्चों को जब गुस्सा आता है, तो वह रोने-चीखने लगते हैं। बच्चों के गुस्से को दूर करने के लिए आप कुछ आसान तरीके है जिन्हें अपना सकते है।
बच्चे को उसका भड़ास निकालने दें
कभी-कभी मन का गुबार निकल जाना भी अच्छा होता है। अगर आप का बच्चा बहुत गुस्से मैं है और अपने पैर पटक रहा है तो उसे अपना गुस्सा निकालने के लिए तकिया दे दें। ताकि वो चाहे जितनी घुसे उस तकिये को मार के अपने गुस्से को शांत कर ले। इससे घर के दुसरे बच्चों को शारीरिक हानि का खतरा ताल जाता है।
खुद शांत रहे और अपने बच्चे को समय दे
माता-पिता को अपना पेसेंस लेवल कभी भी कम नहीं करना चाहिए जब भी बच्चों को गुस्सा आये तो खुद गुस्सा करने के बजाय शांत रहने की कोशिश करनी चाहिये ये याद रखे कि दिन भर की थकान के बाद जब आप थके होते है तो छोटी-छोटी बात पर भी बच्चों पर भड़क जाते हैं। बच्चे जो देखते हैं, वही सीखते हैं। इसीलिए बच्चों को समय दे।
खुद आक्रामक व्यवहार करने से बचे कभी भी बच्चे से कोई गलती होने पर उसपर हाथ उठाने से बचना चाहिए। अगर आप बच्चों को सुधारने के लिए हिंसक रुख अपनाते हैं तो आप बच्चे को सुधारने की बजाय उन्हें और भी गुस्सेल बना रहे होते है। इसीलिए बच्चों से हमेशा प्यार से पेश आये।
बच्चे को प्यार दें कई बार जब बच्चे बहुत गुस्से में होते हैं तो माँ ता थोड़ा सा प्यार मिलते ही वे पिघल जाते हैं और फुट-फुट के रोने लगते हैं। अपने बच्चे को गोदी में उठा लें। उसे गालों पे प्यार दें और बहुत ही प्यार से उसके तकलीफ के बारे में पूछें। प्यार में बहुत ताकत होती है।
बच्चों को कभी भी अनदेखा न करे कई बार देखा गया है की बच्चे अपनी ओर ध्यान खींचने के लिए भी गुस्सा करने लगते है जब बच्चो को लगता है कि उनकी अनदेखी हो रही है तब वह गुस्सा करके अपनी ओर सबका ध्यान खींचने की कोशिश करते है। अपने बच्चे को गुस्से से बचाने के लिए उन्हें भरपूर समय दे।