शादी एक खूबसूरत रिश्ता है जो प्यार और भरोसे की नींव पर टिका रहता है। जब यह शादी दो प्यार करने वाले आपस में करते हैं तो जिंदगी को सारे रंग मिल जाते हैं। अपने प्रेमी के साथ उम्र गुजारने का अहसास ही अलग होता है। मगर अक्सर समाज, परिवार और खासकर रिश्तेदार प्यार के मामले में थोड़े कंजर्वेटिव हो जाते हैं। समय के साथ दुनिया तो बदली, लेकिन प्रेम विवाह को आज भी पूरी तरह से मान्यता नहीं मिली है। हालांकि, कुछ माता-पिता लव मैरिज के लिए हंसी-खुशी राजी हो जाते हैं, लेकिन ऐसे पेरेंट्स का प्रतिशत कम है। वहीं, कुछ पेरेंट्स को प्रेम विवाह के लिए राजी करना मुश्किल होता है। इस वजह से कई बार कपल्स को मजबूरन अपने साथी का साथ छोड़ना पड़ता है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि लव मैरिज के लिए अपने परिवार वालों को कैसे मनाएं।
खुलकर करें बातहम सभी अपने पेरेंट्स से खूब प्यार करते हैं और हमारे पेरेंट्स भी हमें भरपूर प्यार करते हैं। लेकिन कुछ घरों में ये देखने को मिलता है कि पेरेंट्स और बच्चों के बीच काफी कम्युनिकेशन गैप आ जाता है। ये बातचीत का गैप कब आपके रिश्ते के बीच आ जाएगा आपको इस बात की भनक तक नहीं लग पाएगी। क्योंकि किसी भी रिश्ते को चलाने के लिए सार्थक बातचीत होना बेहद जरूरी है। यदि आप चाहते हैं कि आपके पेरेंट्स आपकी बात सुनें तो सबसे पहले आपको उनसे बातचीत का सिलसिला शुरू करना होगा।
ईमानदार बनेंअपने पार्टनर और अपने माता-पिता के प्रति ईमानदार रहें। माता-पिता को प्रेम विवाह के लिए राजी करने का यह पहला कदम हो सकता है। यह निश्चित रूप से जान लें कि यह, वह रास्ता है जिसका आप पीछा करना चाहते तो हैं पर यह बिल्कुल आसान नहीं होगा।
पहले किसी एक को मनाएंशादी की बात माता पिता को एक साथ बताने से अच्छा है पहले आप किसी एक को मनाएं। इससे आपका काम काफी आसान हो जाएगा। लेकिन इसके लिए पहले ये देख लें कि दोनों में से कौन इन बातों को लेकर ज्यादा चिल है। बातों बातों में दोनों की राय जानकर ये पता लगाएं कौन सा पेरेंट लव मैरिज के लिए आसानी से मान सकता है। अगर आपको ऐसा लगता है कि आपके दोनों पेरेंट लव मैरिज के लिए आसानी से मान सकते हैं तो इससे बेहतर आपके लिए और क्या ही होगा। इस स्थिति में सही मौका देखकर आप दोनों के सामने अपनी बात रख दें।
अहसास कराएं बाद में सब अच्छा होगाहर बच्चा अपने माता-पिता से बहुत प्यार करता है। लेकिन कई घरों में कम बातचीत के कारण माता-पिता और बच्चों के बीच एक विशाल अंतर बनता है। यदि आप अपने माता-पिता को प्रेम विवाह के लिए मनाना चाहते हैं, तो आपको इन सीमाओं को तोड़ना होगा और उन्हें अपने दोस्त बनाना होगा। अपने माता-पिता के साथ जितना संभव हो सके समय बिताएं और उन्हें यह अहसास कराएं कि आपके साथी के आने के बाद भी उनका रिश्ता वैसा ही रहेगा।
आर्थिक स्वावलंबन जरूरीसब से पहले अगर आप आर्थिक रूप से शादी करने मैं सक्षम हैं तो आप को माँ बाप को मनाने की जरुरत ही नहीं पड़ेगी। अक्सर पेरेंट्स किसी बेरोजगार या निठल्ले इंसान को अपनी बेटी देने से कतराते हैं। लड़का कामयाब है तो कोई माँ बाप मना नहीं करेंगे लेकिन अगर लड़का बेरोजगार है कमाता नहीं है तो लड़की वाले रिस्क नहीं उठाना चाहेंगे और आप जैसे तैसे मना भी लेंगे तो भविष्य मैं आप दोनों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ेगा। हर माँ बाप चाहते है कि लड़की अच्छे घर मैं जाये उसे आर्थिक संकट का सामना ना करना पड़े। आप दोनों पहले अपना करियर बनाये ताकि आप पूरी हिम्मत के साथ पेरेंट्स के आगे शादी की बात रख सकें।
पार्टनर से मिलवाएं जब घर का माहौल आपके अनुसार सकारात्मक होने लगे, तो मौके मिलते ही पार्टनर को परिवार से मिलवाएं। उन्हें आपस में एक-दूजे को समझने-जानने का मौका दें। परिजनों को पार्टनर और उसके परिवार के बारे में भी बताएं, जैसे वो क्या करते हैं और कहां रहते हैं।
सकारात्मक माहौल में करें बात जब आपको लगे कि आपके घर का माहौल सही है तो ऐसे मौके पर आप अपने पार्टनर को परिवार वालों से मिलवाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि खुशी वाले माहौल में परिवार वाले आपके पार्टनर की सकारात्मक चीजों पर ज्यादा गौर करेंगे। हालांकि ऐसे में आप की अहम जिम्मेदारी है कि आप अपने पार्टनर और उसके परिवार के बीच में सही तालमेल बैठाएं। साथ ही माहौल को लाइट करने के लिए और बातों को आगे बढ़ाने के लिए आप प्रयास करते रहें।