रिलेशनशिप को दो पहियों की गाड़ी माना जाता हैं जो दोनों पहियों के प्रयास से गतिशील होती हैं। किसी एक भी पहिए में खराबी आने पर रिलेशनशिप की यह गाड़ी लडखडाने लगती हैं और कब यह बंद पड़ जाए कहा नहीं जा सकता हैं। ऐसे में रिलेशनशिप को संभालना जरूरी हो जाता हैं और इसके लिए सबसे जरूरी हैं अपनी गलत आदतों में सुधार लाने की। जी हां, आपकी कुछ आदतें ऐसी होती हैं जो रिलेशनशिप में परेशानियां लाती हैं और आप ही इन आदतों में सुधार कर अपनी रिलेशनशिप को मजबूत बना सकते हैं।
रिश्ते के बाहर आकर्षण महसूस करना
पार्टनर से विवाद हुआ तो इसका यह मतलब नहीं कि ऑफ़िस में कॉलीग के सामनेअपनी पर्सनल लाइफ़ का विश्लेषण करने लगें। इस से बचें और इस तरह के अस्थाई बाहरी आकर्षण से भी। ऐसे में यह सोचें कि अब तक आपके सुख दुःख में पार्ट नर ने ही साथ दिया है इसलिए उसका सम्मान करें और मामूली विवाद के चलते उसकी अच्छाइयों को अनदेखा ना करें। किसी तीसरे के नज़रियर से अपने रिश्ते को जज ना करें।
इमोशनल ब्लैकमेलिंग से बचें
कभी बच्चों के नाम पर, कभी सेक्स को लेकर तो कभी अपनी जान ले लेनी की बात करकेअक्सर कपल भावनायों से खेलते हैं। इससे बचें क्योंकि ऐसा करने पर पार्टनर आप अपना सम्मान खो देंगे। आपकी इनधमकियों को पार्टनर एक समय के बाद नज़रअंदाज़ करने लगता है हो सकता है कि वो बाहर भी रिश्ता क़ायम कर ले। ऐसे में बातचीत ही समस्या का समाधान है। परिपक्वता दिखायें, ना कि बचपना। पार्टनर की भवनाओं को समझें औरइमोशनल ब्लैकमेलिंग से बचें।
रिश्ते में अतिरिक्त प्रयास ना करना
एक समय के बाद हम खुद यह मान लेते हैं कि अब रिश्ते को अतिरिक्त समय देने कीया कुछ स्पेशल करने की ज़रूरत नहीं। हमको लगता है हमारा रिश्ता स्टेबल हो गया और यहीं हम ग़लती करते हैं। धीरे-धीरे रिश्ते में बोरियत पनपने लगती है और वो रूटीन सा लगने लगता है। ऐसे में रिश्ते को ऊर्जावान बनाए रखने के लिए आपके प्रयास ज़रूरी हैं। हमेशा कुछ नया करते रहें और पार्ट्नर को स्पेशल फ़ील करवाते रहें।
विवादों को उनसुलझा ही रहने देना
अक्सर कई कपल यह ग़लती करते हैं। उनमें कोई झगड़ा या विवाद हो जाए तो वोउसको सुलझाने की बजाए बात करना बंद कर देंगे हैं और फिर धीरे धीरे उसको टालना शुरू करके फिर से सामान्य होनेलगते हैं। लेकिन वो बात वहीं की वहीं रह जाती है, जो कभीना कभी बैकफ़ायर करती ही है। ऐसे में बेहतर होगा कि विवाद के बाद जब आप दोनों का ही ग़ुस्सा शांत हो जाए तब उस पर बात की जाए। समस्या कीजड़ तक जाना ज़रूरी है ताकि उसको सुलझाया जा सके aur भविष्य में फिर ऐसा विवाद ना हो।
एक दूसरे की भावनाओं को जानबूझकर आहत करना
अक्सर कपल ऐसा करते हैं। उन्हें लगता है कि अगर पार्टनर उन्हें हर्टकरता है तो वो भी बदला लेंगे। एक दूसरे को ताना देना या कोई ऐसी बात करना जिससे पार्टनर आहत हो ऐसा ना करें। इससे आपका रिश्ता कमज़ोर होगा और विवाद भी बढ़ेंगे। एक दूसरे के घरवालों को लेकर कोई ताना ना दें और ना हीउनका अपमान करें। दूसरों के सामने भी पार्टनर को नीचा ना दिखायें, वरना आपका रिश्ता ज़्यादा नहीं चल पाएगा। आप दोनों एक दूसरे को मोटीवेट करने के लिए साथ हो ना कि तकलीफ़ देने के लिए। एक दूसरे की कमज़ोरियों को स्वीकारें और फिर आगे बढ़ें। सभी को सम्मान दें और आपसी झगड़े में घरवालों को बीच में ना लायें।