इन 5 बातों से पता चलेगा कि पार्टनर बोल रहा है झूठ, जानें और हो जाएं सतर्क

हर रिश्ता भरोसे पर टिका होता हैं जब इसमें कमी आने लगती हैं तो रिश्तों में भी दूरियां बढ़ने लगती हैं। अपने पार्टनर से सच बोलना रिश्तों को मजबूत करने का काम करता हैं। लेकिन कई बार ऐसे मौके आते हैं जब पार्टनर आपसे झूठ बोल रहा होता हैं, कई बार मजबूरी में या कई बार जानबूझकर। हांलाकि बॉडी लैंग्वेज से पार्टनर का झूठ पकड़ा जा सकता हैं। लेकिन इसी के साथ ही बातों से भी पता चलता हैं की पार्टनर झूठ बोल रहा हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे ही कथन के बारे में बताने जा रहे हैं जो अक्सर पार्टनर द्वारा झूठ बोलते समय कहे जाते हैं।

मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहता/चाहती

झूठ बोलते समय लोग अक्सर आपसे ज्यादा बात करने में कतराते हैं इसलिए उनकी बातों का फोकस इस बात पर ज्यादा रहता है कि बातचीत तो जल्दी से जल्दी समाप्त किया जा सके। इसलिए बातचीत को तुरंत खत्म करने के लिहाज से अक्सर लोग इस वाक्य का प्रयोग करते हैं कि वो इस बारे में बात नहीं करना चाहते हैं।

मुझे याद नहीं कि मैंने ये कब कहा/किया/सुना

झूठ बोलने वाले लोग अक्सर चीजों को भूलने का बहाना बनाते हैं। वो आपके सामने ऐसा जताने की कोशिश करने लगते हैं कि वो अक्सर चीजों को भूल जाते हैं इसलिए आपको सच बताने में असमर्थ हैं।

पिछली बार तुमने खुद ऐसा कहा/किया था, तब मैंने कुछ नहीं बोला

आरोप को कम करने के लिए प्रत्यारोप लगाना भी झूठ बोलने वालों की एक आसान पहचान है। जब व्यक्ति बहस में अपनी बात सिद्ध नहीं कर पाता है, तो वो मामले को हल्का करने के लिए पुराने दिनों से खोज-खोजकर उल्टा आप पर ही इल्जाम लगाने लगता है, जिससे आप डाउन पड़ जाएं।

मुझे पहले से पता था कि तुम मेरा विश्वास नहीं करोगे/करोगी

अक्सर जब सामने वाला कोई बात छिपा रहा होता है, तो अपना विश्वास बनाए रखने के लिए वो ऐसे वाक्यों का प्रयोग कर सकता है जैसे उसे पहले से इस स्थिति का अंदाजा था। ऐसा अक्सर वो लोग बोलते हैं, जो आपसे झूठ बोलते समय अपनी तरफ से कॉन्फिडेंट महसूस करते हैं यानी जिनके मन में डर नहीं होता है।

तुम मुझपर ऐसे कैसे इल्जाम लगा सकते/सकती हो

झूठ बोलने वाला व्यक्ति सीधे-सीधे इस बात को नहीं मानना चाहता है कि आप उसे दोषी समझें इसलिए अक्सर वो अपने बचाव में ऐसे वाक्यों का इस्तेमाल करता है कि आपको स्वयं अपने लगाए हुए इल्जामों को सत्यापित करें, अथवा मान लें कि वो सही है। इसलिए लोग अक्सर बोल देते हैं कि तुम मुझपर ऐसा इल्जाम कैसे लगा सकते/सकती हो।