सेहत के साथ रिश्तों पर भी असर डाल रहा कोरोना, इन तरीकों से बनाए रखें नजदीकियां

देश इस समय कोरोना के कारण बड़ी परेशानी का सामना कर रहा हैं जहां हर दिन लाखों मरीज सामने आ रहे हैं। इस कोरोनाकाल में व्यक्ति की सेहत को तो खतरा हैं ही, लेकिन इसी के साथ कोरोना रिश्तों पर भी असर डाल रहा हैं और दूरियां बढ़ाने लगा हैं। जी हां, कोरोना की वजह से लोग एक-दूसरे से नहीं मिल पा रहे हैं और दूरियां बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में इन रिश्तों को बचाने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से अपनों से बिना मिले ही उनके साथ जुड़े रह सकते है।

पड़ोसियों से

भले ही आपके अपने पड़ोसियों से अच्छे संबंध न हो लेकिन यह समय ऐसा है कि पुरानी बातों को सोचने की बजाय अपने आस-पड़ोस में खुद से फोन करके पूछ लें कि सभी की सेहत ठीक तो है? किसी को कोई आवश्यकता तो नहीं है क्योंकि इस समय में आपको अपना पड़ोसी धर्म निभाना चाहिए। ऐसा करने से जरूरत पड़ने पर आपके पड़ोसी भी आपके प्रति अपना फर्ज ध्यान रखेंगे।

पुराने दोस्त

पुराने दोस्तों से भले ही अब आपकी बात नहीं होती है उतनी लेकिन एक 2 मिनट का कॉल करने या संदेश भेजने में कुछ नहीं जाता है। इस तरह आप अपनों के सही समय पर काम आ सकोगे इसलिए अपने दोस्तों की सेहत की खैर- खबर इस समय जरूर लें, उनके परिवार के बारे में भी बात करें, उन्हें कुछ आवश्यकता हो तो सहायता करें।

पुराने शिक्षक

हम विद्यालय छोड़ देते हैं लेकिन हमारे शिक्षक हमें कभी भूल नहीं पाते हैं। यह ऐसा समय है कि हम अपने शिक्षकों को याद करें। शिक्षकों के नंबर पता करके उन्हें फोन लगाएं उनकी सेहत के बारे में पूछें, उनकी आवश्यकताओं के बारे में जानें और खुद से जो बन पाए वो करें। थोड़े- थोड़े दिन में फोन लगाकर उनकी खैर- खबर लेते रहें।

रिश्तेदार

भले ही आप यूं तो अपने रिश्तेदारों से दूर भागते हों, उनके फोन कॉल, वाट्सएप संदेश देखकर आपको चिढ़ मचती हो लेकिन यह समय ऐसा है कि आप उन सभी से इन्हीं संदेशों और कॉल्स के माध्यम से जुड़े रहें। एकदूसरे के हालचाल पूछते रहें। अपने कजिन्स के साथ भले ही लूडो जैसा कोई ऑनलाइन गेम खेलें और साथ ही उनके मानसिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखें।