साटोरी : इस महाराष्ट्रीयन मीठी रोटी के साथ मनाएं गणपति को, कई दिनों तक कर सकते हैं स्टोर #Recipe

साटोरी एक महाराष्ट्रीयन मीठी रोटी है। माना जाता है कि इसे गणेशजी खूब पसंद करते हैं। ऐसे में भक्तगण 10 दिन चलने वाले गणेशोत्सव के दौरान बप्पा को यह जरूर अर्पित करते हैं। पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ साटोरी को भोग के रूप में गणपति के चढ़ाया जाता है। भक्तगण भी इसका सेवन बड़े चाव से करते हैं। यह काफी स्वादिष्ट होती है और कई दिनों तक इसका मजा लिया जा सकता है। यानी एक बार बनाकर इसे स्टोर भी कर सकते हैं। यह काफी सेहतमंद डिश है। वैसे तो यह महाराष्ट्र का पारंपरिक पकवान है, लेकिन अब सब जगह लोकप्रिय हो चुका है।

सामग्री (Ingredients)

2 कप खोया
1 बड़ा चम्मच खसखस
1 बड़ा चम्मच सूखे खजूर का पाउडर
एक कप कैस्टर शुगर
आधा कप घी
मैदा या बेसन
दूध

विधि (Recipe)

- सबसे पहले मैदे या बेसन का गाढ़ा आटा गूंथ लें। इसे 30 मिनट के लिए अलग रख दें।
- इस बीच स्टफिंग बना सकते हैं। एक पैन में घी डालें और खोया को तब तक तलें जब तक किनारों से घी न छूटने लगे।
- इसे बार-बार हिलाएं, क्योंकि खोया बहुत आसानी से जल सकता है। इसे ठंडा होने के लिए एक तरफ रख दें।
- थोडा़ सा घी डालें और एक के बाद एक खसखस और सूखे खजूर का पाउडर भून लें। दोनों पाउडर को अलग-अलग रख लें।
- जब खसखस ठंडा हो जाए तो उसे पीसकर पाउडर बना लें। खोया, खजूर का पाउडर, खसखस और पिसी चीनी को मिलाकर भरावन तैयार कर लें।
- एक सजातीय मिश्रण बनाने के लिए मिश्रण को पीस लें। अगर फिलिंग ज्यादा सूखी है तो थोड़ा दूध डालें।
- आटे से एक छोटी लोई तैयार करें, इसे एक छोटी पूरी बनाने के लिए रोल करें और स्टफिंग को पूरी के अंदर डाल दें, जैसे कोई भरवां पराठा या पूरनपोली बनाता है।
- बेलन का प्रयोग कर साटोरी को 1 इंच मोटी और 5 इंच व्यास की मोटी चपाती में बेल लें।
- मध्यम आंच पर घी का प्रयोग कर साटोरी को दोनों तरफ से तल लें। साटोरी को तलते समय फूलना चाहिए।
- साटोरी को किचन टॉवल पर ठंडा होने के लिए रख दें। इन्हें 10 दिनों के लिए एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर कर सकते हैं।