World Heart Day: दिल पर भारी पड़ सकती है डायबिटीज की बीमारी, मधुमेह रोगी यूं रखें अपना ख्‍याल

डायबिटीज वाले लोगों में हृदय रोग से मरने की संभावना डायबिटीज न होने वाले लोगों की तुलना में दो से चार गुना ज्यादा है। ऐसा इसलिए क्योंकि मधुमेह से ग्रसित लोगों में उच्च रक्त शकर्रा का स्तर रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाने के अलावा सूजन बढ़ा सकता है और हृदय में सामान्य रूप से बहने वाले खून को बाधित कर सकता है। जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए समय रहते अगर डायबिटीज को कंट्रोल नहीं किया गया, तो हार्ट डिसीज होना निश्चित है।

आपको बता दे, आज 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस (World Heart Day 2022) मनाया जा रहा है। विश्व हृदय दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को हार्ट हेल्थ के बारे में बताना साथ ही इससे संबंधित जानलेवा बिमारियों से बचाव के उपायों से अवगत कराना है। तो चलिए इस आर्टिकल में हम जानते हैं कि आखिर मधुमेह और हृदय रोग के बीच क्या खास कनेक्शन है और मधुमेह हृदय को कैसे प्रभावित करता है।

क्या है हृदय रोग?

सबसे पहले हम जानते है कि आखिर हृदय रोग क्या होता है। हृदय रोग का सबसे आम प्रकार कोरोनरी आर्टरी डिसीज है। जब हृदय को खून की आपूर्ति करने वाली धमनियां प्लैग से भर जाती हैं, तो यह रोग पैदा होता है। प्लैग धमनियों के कठोर होने का कारण बनती है।

इसे एथेरोस्कलेरोसिस के नाम से भी जाना जाता है। धमनियों के सिकुडने से हृदय में खून की कमी हो जाती है और आपका दिल ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से भर जाता है। जो समय के साथ मांसपेशियों की कमजोरी का कारण बनता है। ऐसी ही स्थितियों में व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है। संयुक्त राज्य अमेरिका में हृदय रोग मौत के प्रमुख कारणों में से एक है। सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल के अनुसार, हर 4 में से 1 मौत के लिए यह जिम्मेदार है।

डायबिटीज और हार्ट का क्या कनेक्शन है?

अब हम जानने की कोशिश करते है कि आखिर डायबिटीज और हार्ट का क्या कनेक्शन है? अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों में डायबिटीज के बिना हृदय रोग से मरने वाले लोगो की संख्या दो से चार गुना ज्यादा है। आपको बता दें, कि डायबिटीज के मरीजों में हृदय रोग से जुड़े कई जोखिम देखे जाते हैं जो इस प्रकार है।।।

हाई ब्लड प्रेशर


अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन यह कहती है कि हाई बीपी और डायबिटीज दोनों से ग्रसित व्यक्ति को हृदय रोग होने का खतरा दोगुना हो जाता है।

अनहेल्दी कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड लेवल


अनहेल्दी कोलेस्ट्रॉल धमनियों में प्लैग का निर्माण करता है। इसके अलावा इंसुलिन प्रतिरोध विकसित करने में एक प्रमुख कारक है।

बीएमआई 30 से ज्यादा

जिन लोगों को मधुमेह और मोटापा दोनों है, उनमें वजन कम होने से हृदय संबंधी जोखिम कम हो सकता है।

अनहेल्दी फूड का सेवन

अधिक शक्कर, नमक, सैचुरेटेड और ट्रांसफैट व प्रोसेस्ड फूड से संबंधित आहार हृदय रोग और मधुमेह से जुड़ा हुआ है।

डायबिटीज हृदय को कैसे प्रभावित करती है?

अब यह जानते है कि डायबिटीज की बीमारी हृदय को कैसे प्रभावित करती है? अनकंट्रोल्ड डायबिटीज वाले लोगों के ब्लड में हाई शुगर लेवल समय के साथ ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है। इसमें पूरे शरीर की नसों को नुकसान पहुंचाने की भी क्षमता है।

कई शोध में यह सामने आया है कि हाई ब्लड शुगर ब्लड वेसल्स में सूजन बढ़ाने और हृदय में ब्लड फ्लो को रोकने के लिए जिम्मेदार है। तब धमनियों में लंबे समय तक सूजन के चलते कोलेस्ट्रॉल और प्लेग का निर्माण होता है। इसका मतलब है कि हार्ट को ब्लड पंप करने के लिए जरूरत से ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है। इस तरह अनकंट्रोल्ड डायबिटीज वाले व्यक्ति को हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।

डायबिटीज के साथ दिल की देखभाल कैसे करें?

अब बात आती है कि डायबिटीज के साथ दिल की देखभाल कैसे की जाए? तो ऐसे में डॉक्टर्स का कहना है कि स्वस्थ आहार के सेवन से ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। एक व्यक्ति को ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, लो फैट मिल्क का सेवन करना चाहिए।

संपूर्ण हृदय स्वास्थ्य के लिए हर हफ्ते 150 मिनट की एरोबिक करना चाहिए। इसके अलावा साइकलिंग, ब्रिस्क वॉकिंग, स्वीमिंग लैप्स और जॉगिंग भी अच्छा विकल्प है। ऐसे लोगों को जिन्हें डायबिटीज के साथ हार्ट की बीमारी है, उन्हें शरीर की मांसपेशियों को मजूबत करने के लिए सप्ताह में दो दिन पिलेट्स जैसा बेहतर ऑप्शन तलाशना चाहिए।

डायबिटीज से पीडि़त मरीज वजन कम करके, शारीरिक गतिविधि बढ़ाकर , ताजा व स्वस्थ भोजन खाकर और निर्धारित दवाएं लेकर हृदय रोग के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

दिल को स्वस्थ रखने के लिए इन चीजों का करे सेवन

जामुन

जामुन जैसे स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रास्पबेरी आदि पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। ये बेरी हृदय स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बेरी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो हृदय जोखिम को कम करते हैं।

एवोकाडो

एवोकाडो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए काफी फायदेमंद होता है। एवोकाडो मोनो असंतृप्त फैटी एसिड से भरपूर होता है, जो हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।

सेब

सेब हमें कई तरह की बीमारियों से बचाता है, साथ ही हमारे अंगों को भी सुरक्षित रखने में मदद करता है। सेब को हृदय स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। सेब के नियमित सेवन से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (LDL Cholesterol) कम होता है।

संतरा

संतरा विटामिन सी, पेक्टिन (pectin) और पोटैशियम से भरपूर होता है। संतरा संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, यह दिल की सेहत का भी ख्याल रखता है। संतरा ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखने में मददगार है। संतरा खाने से बीपी की समस्या से भी बचा जा सकता है, हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है।

अंगूर

अंगूर में पॉलीफेनोल और फेनोलिक एसिड काफी अच्छी मात्रा में होते हैं, ये तत्व दिल की सेहत के लिए अच्छे होते हैं। अंगूर भी रेस्वेराट्रोल से भरपूर होते हैं। साथ ही अंगूर में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण, एंटीफ्लेटलेट गुण होते हैं, जो हृदय को स्वस्थ रखते हैं।

टमाटर

टमाटर लाइकोपीन से भरपूर होता हैं, जो मुक्त कणों से लड़ता है। साथ ही ऑक्सीडेटिव क्षति को भी रोकता है। टमाटर में विटामिन बी, विटामिन ई और फ्लेवोनोइड्स नामक एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।

तरबूज

तरबूज में साइट्रलाइन होता है, जो आपके शरीर में रक्त को स्थानांतरित करने में मदद कर सकता है और आपके रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। इसलिए तरबूज को भी हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है।

दवा भी अच्छा काम करती

कई मामलों में दवा भी अच्छा काम करती हैं। कई टेस्ट में डायबिटीज की दवाओं ने हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम को कम कर दिखाया है।

अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन ने टाइप टू डायबिटीज वाले मरीजों के लिए डॉक्टर्स द्वारा सोडियम ग्लूकोस कोट्रांसपर्स 2 इनहिबिटर देने के लिए कहा है। इसके साथ ही एक डॅाक्टर एस्पिरिन जैसे दवा की सिफारिश कर सकता है। ताकि रक्तचाप कम हो, कोलेस्ट्रॉल कम हो और रक्त के थक्कों को रोका जा सके।