बचे रहना चाहते है हार्ट अटैक से, समय-समय पर करवाएं ये 4 जाँच

आज के समय में देश-दुनिया में सबसे ज्यादा व्यापक रूप से जो बीमारी फैली हुई हैं, वह है दिल से जुडी बीमारियाँ। हर व्यक्ति किसी ना किसी तरह से दिल की बीमारियों से परेशान हैं। कई बार यह फैलने पर हार्ट अटैक का कारण बनती हैं और मौत की वजह भी बन सकती हैं। ऐसे में इस हार्ट अटैक से बचे रहने के लिए समय-समय पर मेडिकल जाँच की जरूरत होती हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसी जाँच लेकर आए हैं जो एक समय अंतराल के बाद करवा लेनी चाहिए, जिससे आपके दिल से जुडी जानकारी मिलती रहे। तो आइये जानते हैं इन मेडिकल जाँच के बारे में।

* इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम

ईकेजी का अर्थ होता है इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम। इसे ईसीजी भी कहते हैं। ईकेजी कम समय में होने वाला, सुरक्षित, दर्दरहित व कम खर्च वाला टेस्ट होता है, जिसे हृदय की किसी समस्या की आशंका होने पर किया जाता है। इस टेस्ट में मरीज की छाती, भुजाओं और पैरों की त्वचा पर छोटे इलेक्ट्रोड पैच लगाकर इनकी मदद से हृदय की इलेक्ट्रिक एक्टिविटी को रिकॉर्ड किया जाता है। इसे जांच को एक नियमित स्वास्थ्य जांच की तरह किया जा सकता है और हृदय की बीमारी का पता लगाने के लिए भी। आमतौर पर ईकेजी का खर्च 150 से 200 रुपये तक आता है।

* सीटी हार्ट स्कैन

कार्डिएक सीटी एक हार्ट-इमेजिंग टेस्ट होता है। इसे सीटी तकनीक से दिल की संरेचना, कोरोनरी सर्कुलेशन और रक्त नलिकाओं (इनमें एओट्रा, पल्मनरी वेंस और आर्टरी शामिल हैं) की स्थिति का पता लगाने के लिए किया जाता है।

* कोरोनरी सीटी एंजियोग्राफी

कोरोनरी सीटी एंजियोग्राफी टेस्ट हाइस्पीड 128 स्लाइस सीटी स्कैनर रक्त प्रवाह में किसी प्रकार की रुकावट की पहचान के साथ धमनियों की दीवारों पर कैल्शियम जमा होने का पता लगाता है। इसमें कोई चीरा नहीं लगता और निदान की पूरी प्रक्रिया में 30 मिनट लगते हैं। वहीं पारंपरिक एंजियोग्राफी में एक डाई शरीर में डाली जाती है और कैथेटर भी लगाना पड़ सकता है।

* ईकोकार्डियोग्राफी

ईकोकार्डियोग्राफी दिल के काम-काज को समझता है और उसके बारे में जरूरी जानकारी प्रदान करता है। इस जांच की मदद से पता लगाया जाता है कि हृदय की मांसपेशियों को कितना खून मिल रहा है। इसके लिए हृदय की डॉपलर इमेजिंग होती है