आजकल का समय फैशन का माना जाता है और व्यक्ति उसके अनुसार ही अपनी चीजों का चुनाव करता हैं। खासतौर से व्यक्ति अपने जूतों को लेकर बहुत फैशनेबल बनता हैं, जिसके चलते वह स्टाइल और बेहतर लुक के लिए कई तरह के जूते लेना पसंद करता हैं। लेकिन अगर जूतों का चुनाव करते समय कंफर्ट का ध्यान ना रखा जाए और सावधानी ना रखी जाए, तो यह आपके लिए कई रोगों का कारण बन सकता हैं। जी हाँ, गलत जूते पहनने से आप कई बीमारियों को बुलावा देते हैं। आज हम आपको उन्हीं बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो गलत जूतों के इस्तेमाल की वजह से होती हैं।
* एथलीट फूटयह पैरों में होने वाली एक ऐसी बीमारी है जिससे न केवल एथलीट ही प्रभावित होते हैं बल्कि सामान्य लोगों को भी होती है। यह बीमारी कवक संक्रमण के कारण होती है। यह उंगलियों के बीच में होती है, इसके कारण खुजली और जलन की समस्या होती है। अधिक संकीर्ण जूते पहनने के कारण उंगलियों के बीच में पसीना हो जाता है और यह संक्रमण का कारण बनता है।
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गोखरूयह पैरों में गांठ की तरह दिखाई देते हैं जो अक्सर तलवों या उंगलियों में होते हैं। जब भी आप मोजे के साथ ऐसे जूते पहनते हैं जो आगे से बहुत संकीर्ण होते हैं, तब उंगलियों और तलवों में दबाव के कारण गोखरू की समस्या होती है। यह पैरों की बड़ी उंगली में सबसे अधिक होती है। यह दूसरी उंगलियों में भी हो सकता है।
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कॉर्न्सयह समस्या भी गलत जूतों के कारण तलवों में होती है, यह मोटी त्वचा के धब्बे की तरह उभरता है और दबाव के माध्यम से बढ़ता है। कॉर्न्स अक्सर तेज दर्द का कारण भी बन जाता है। घरेलू नुस्खों के प्रयोग से कॉर्न्स का उपचार आसानी से किया जा सकता है।
* डायबिटिक फूट जो लोग डायबिटीज से ग्रस्त होते हैं उनके पैरों में तंत्रिका क्षति अक्सर देखने को मिलती है। इसके कारण पैरों में सुनसुनी नहीं होती है। डायबिटिक फूट के कारण पैरों में होने वाली समस्यायें जैसे - खुजली और जलन का भी एहसास नहीं होता। तंग जूते पहनने के कारण ये फफोले या घावों में भी तब्दील हो सकते हैं।
* हैमर टोतंग और संकीर्ण जूते पहनने के कारण पैरों की उंगलियां मुड़ जाती हैं, यह पंजे की तरह दिखाई देते हैं। इसके कारण अंगूठे के बगल वाली उंगली सबसे अधिक प्रभावित होती है। मध्य उंगली में अधिक दबाव पड़ने के कारण दर्द भी होता है। इसके कारण उंगली बहुत कठोर हो जाती है और जोड़ हमेशा के लिए उखड़ जाता है।
* एड़ी में गांठएड़ी के नीचे की हड्डी का विकास जब होता है तब यह समस्या होती है। यह पैर की लंबाई के साथ मांसपेशियों और और एड़ी की हड्डी के साथ भी जुड़े होते हैं। इसके कारण एंड़ी का विस्तार आधा इंच तक हो सकता है, यह गंभीर दर्द भी पैदा करता है। बहुत कसे हुए जुतों के कारण यह समस्या होती है।
* मेटाटर्साल्जियाइसे स्टोन ब्रूज या पत्थर खरोंच भी बुलाते हैं। यह पैरों के सामने के हिस्से को प्रभावित करती है, जो कि बहुत ही दर्दनाक स्थिति है। इसमें आमतौर पर पैर की बॉल सबसे अधिक प्रभावित होती है और इसमें सूजन और दर्द होता है। तंग जूतों के साथ व्यायाम करने, दौड़ने और कूदने के कारण यह समस्या होती है।