कहां तक पहुंचा कोरोना वैक्सीन का सफर, आइये जानें

कोरोना महामारी का प्रकोप आज पूरी दुनिया झेल रही हैं जिसके चलते संक्रमितों का आंकड़ा 1 करोड़ के करीब पहुंच चुका हैं। ऐसे में इससे बचाव करने के लिए लगातार कोरोना वैक्सीन पर काम किया जा रहा हैं। आमतौर पर वैक्सीन को तैयार करने में कई सालों लग जाते हैं लेकिन हालात को देखते हुए कोरोना वैक्सीन का काम युद्धस्तर पर चल रहा हैं। पूरी दुनिया इसकी वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कोरोना वैक्सीन पर अपडेट देने जा रहे हैं कि इसका काम कहां तक पहुंचा हैं।

ट्रायल के आखिरी पड़ाव पर ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन

यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफर्ड और AstraZeneca Plc। द्वारा बनाई जा रही वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल के आखिरी स्टेज में पहुंच गई है। ChAdOx1 nCov-19 वैक्सीन को अब तक दस हजार से अधिक लोगों को दिया जा चुका है। फाइनल स्टेज तक पहुंचने वाली ये दुनिया की पहली वैक्सीन है। इस वैक्सीन का ट्रायल दुनिया के कई देशों में चल रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने भारत के लिए वैक्सीन बनाने के लिए 100 मिलियन डॉलर इनवेस्ट कर दिए हैं।

चीन की वैक्सीन का ट्रायल फेस 2 में पहुंचा

चीन में बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और कैनसिनो बायोलॉजिकल इंक द्वारा बनाई जा रही वैक्सीन क्लिनिकल इवैलुएशन के फेज 2 में पहुंच गई है। शोधकर्ताओं का कहना है कि वैक्सीन का रेगुलेटरी स्टेटस फेज 1 में है।

अमेरिका की वैक्सीन ट्रायल के दूसरे फेस में

अमेरिका में नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इन्फेक्शियस डिजीजेज और Moderna Inc मिलकर वैक्सीन बनाने का काम कर रहे हैं। यह वैक्सीन ट्रायल के दूसरे दौर में पहुंच गई है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इसका रेगुलेटरी स्टेटस फेज 1 में है।