केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद यसो नाइक ने शुक्रवार को लोकसभा में कोरोना वायरस से बचने के लिए एक उपाय बताया। उन्होंने कहा रोजाना दोनों नाक में दो-दो बूंद तिल का तेल डालने से इस वायरस से बचा जा सकता है। लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी गई। इसमें साथ ही कहा गया है कि यह सलाह केवल सूचना के लिए है और इसे केवल पंजीकृत आयुर्वेद चिकित्सकों के परामर्श से अपनाया जाए।
भारत अभी कोरोना वायरस की दूसरी स्टेज में, जानें इसके सभी चरण के बारे में मंत्रालय के तहत अनुसंधान परिषदों ने भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी पर आधारित चेतावनी जारी की है। आयुष मंत्रालय की ओर से जारी रोकथाम प्रबंधन एवं रोकथाम उपाय में कहा गया है कि कोरोना की रोकथाम के लिए उपायों के तौर पर शेषमणि वटी 500 मिलीग्राम, दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लें।
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मंत्रालय ने कहा कि आयुर्वेदिक परंपराओं के तहत कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण प्रबंधन में कुछ यूनानी उपयोगी दवाएं हैं जिनमें अर्क अजीब की 4-8 बूंदें ताजा पानी में लें और दिन में चार बार इस्तेमाल करें।
इसी प्रकार 10 मिली शरबत नाजला 100 मिली गुनगुने पानी में दो बार रोजाना पिएं।
इसके अलावा होम्योपैथी दवा आर्सेनिकम एल्बम 30 संभावित कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ रोग निरोधी दवा के रूप में ली जा सकती है। आर्सेनिकम एल्बम 30 की एक खुराक तीन दिनों तक रोजाना खाली पेट लेने की भी सलाह दी गई है। अगर समुदाय में कोरोना वायरस का संक्रमण मौजूद हो तो यह खुराक एक महीने के बाद दोहराई जानी चाहिए।