अगर आप भी चाहती हैं नॉर्मल डिलीवरी से हो बच्चा तो करें 6 उपाय

हर गर्भवती महिला चाहती है कि उसका बच्चा जब भी इस दुनीया में आये स्वस्थ आये और रोता हुआ आये और अपनी जिंदगी हंसी-ख़ुशी से जिए। उस बच्चे को लाने के लिए एक माँ 9 महीने अपनी कोख में उसे संभाल के रखती हैं और पूरी कोशिश करती है कि नार्मल डिलीवरी होये और सिजिरियन डिलीवरी का सहारा न लिया जाये ताकि बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ रहे। हांलाकि सिजिरियन डिलीवरी भी सुरक्षित होती हैं लेकिन इसमें इन्फेक्शन का खतरा बना रहता हैं। नार्मल डिलीवरी की इस चाहत के लिए प्रेग्नेंट महिला को अपनी जीवनशैली में थोडा बदलाव करना पड़ता हैं और कुछ चीजों का ध्यान रखना पड़ता हैं। तो आइये जानते हैं नार्मल डिलीवरी के लिए किस तरह के बदलाव की आवश्यकता होती हैं।

* पौष्टिक आहार : गर्भावस्था के दौरान और डिलीवरी के वक़्त भी महिला को ताकत की बहुत जरुरत होती है। साथ ही इस समय बहुत भूख भी लगती है। इसलिए इस दौरान आप खूब खायें, लेकिन बाहर की फ़ालतू चीजों की जगह पौष्टिक आहार का सहारा लें। इसके अलावा अपने वजन पर भी ध्यान दें। बहुत ज्यादा वजन बढ़ने से भी नार्मल डिलीवरी में दिक्कत आती है।

* नियमित व्यायाम : गर्भावस्था के दौरान हल्के और नियमित व्यायाम करने से आपको न केवल अच्छी सहनशक्ति के निर्माण में मदद मिल सकती है बल्कि इस अवधि के दौरान ये आपको सक्रिय बनाते हैं। इसलिए नोर्मल डिलीवरी के लिए, नियमित रूप से व्यायाम करने की आदत को विकसित करें। नियमित व्यायाम करने से आपकी मासपेशिया मजबूत बनती है और शरीर में लचीलापन आता है।

* पानी पीते रहें : प्रसव के दौरान कड़े श्रम की आवश्यकता होती है। इसलिए बेहतर है कि खुद को ज्यादा से ज्यादा हाइड्रेट रखें। लोग रनिंग या अन्य व्यायाम करते समय स्पोर्ट्स ड्रिंक का सेवन करते हैं। आप भी अपने प्रसव से कुछ दिन पहले से डॉक्टर की सलाह पर स्पोर्ट्स ड्रिंक लेना शुरू कर सकती हैं, जिससे आपको प्रसव के लिए जरुरी ताकत मिल पाएगी।

* खून की कमी को पूरा करें : प्रैग्नेंसी के दौरान शरीर में खून की कमी न होने दें क्योंकि डिलीवरी को समय काफी ब्लड लॉस होता है, ऐसे चीजों का सेवन करें जिनसे शरीर में आयरन की कमी न हो।

* टहलना : प्रैग्नेंट होने का मतलब बिल्कुल बीमार होना नहीं है। ऐसे में कई औरतें चलना-फिरना बंद कर देती है ताकि इससे बच्चे को कोई नुकसान न हो। लेकिन जो महिलाएं प्रैग्नेंसी के दौरान टहलती नहीं और बीमारों की तरह बिस्तर पर लेट जाती है उनको सिजेरियन डिलीवरी खतरा रहता है।

* तनाव से बचे : तनाव, चिंता और बहुत अधिक चिंतन करने से दूर रहें आपके नोर्मल डिलीवरी के लिए आपका शांत रहना बहुत अधिक आवश्यक है। गर्भावस्था के दौरान कई बार ऐसे पल आते जब अपने आप पर काबू पाना मुश्किल हो जाता है या आप स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है, ऐसे समय में तनाव से बचना काफी मुश्किल होता है। इसीलिए इस तरह की समस्याओ से बचने के लिए आप अच्छी किताबें पढ़ सकती है या अच्छे लोगो से मिलकर अपने तनाव को दूर कर सकती है।