डायबिटीज में रखना चाहिए इन बातों का विशेष ख्याल, अन्यथा शरीर के अंगों को पहुँचती है क्षति

डायबिटीज अर्थात मधुमेह आज के समय में एक आम बीमारी हो गई हैं क्यंकि भारत की कई प्रतिशत जनता इस बीमारी से पीड़ित हैं। इसका मुख्य कारण है असंयमित खानपान, मानसिक तनाव, मोटापा, व्यायाम की कमी। इस बीमारी वाले लोगों को अपनी सेहत का ध्यान रखने की बहुत जरूरत होती है अन्यथा यह शरीर के अंगों को क्षति पहुंचाते हैं। और अगर यह अनियंत्रित हो जाए तो जानलेवा साबित हो सकती हैं। इसलिए इसको नियंत्रित रखने के लिए दवाइयों के साथ आपको कई बातों का ध्यान भी रखने की जरूरत होती हैं जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं।

* व्यायाम

उचित व्यायाम अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है, यह तो सभी जानते हैं। लेकिन खासतौर पर डायबिटीज की समस्या में व्यायाम करना बहुत लाभकारी होता है। अध्ययन बताते है की रोज़ एक्सरसाइज करने से हमारा मैटाबॉलिज्म भी अच्छा रहता है जो कि डायबिटीज के जोखिम को भी कम करता है। इसलिए डायबिटीज से ग्रस्त लोगों को नियमित रूप से व्यायाम करने की सलाह दी जाती है।

* वजन पर नियंत्रण

डायबिटीज का एक बड़ा कारण मोटापा है। इसलिए इस बीमारी से बचने के लिए व इस पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए अपने शरीर को संतुलित रखना बहुत जरूरी है।

* रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट से बचें

यदि आप अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित करना चाहते हैं तो, सफेद चावल, पास्ता, पॉपकॉर्न,राइस पफ और वाइट फ्लौर से बचें। मधुमेह के दौरान शरीर कार्बोहाइड्रेट्स को पचा नहीं पता है। जिस की वजह से शुगर आपके शरीर में तेज़ी से जमा होने लगती है।

* फाइबर का सेवन जरूरी

फाइबर युक्त आहार ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। अवशोषित फाइबर ब्लड में शुगर की अधिक मात्रा को अवशोषित कर लेता है और इन्सुलिन को सामान्य करके डायबिटीज को नियंत्रित करता है।

* धूम्रपान से परहेज

लम्बे समय तक धूम्रपान करने से हृदय रोग और हार्मोन प्रभावित होने शुरू हो जाते हैं। धूम्रपान की आदत छोड़ देने से आपका स्वास्थ्य तो अच्छा रहेगा ही साथ ही डायबिटीज भी नियंत्रित रहेगी।

* छोटे छोटे अन्तराल में भोजन लेना

अपने खान-पान की आदतों में परिवर्तन करके भी डायबिटीज पर आसानी से नियंत्रण रखा जा सकता है। अध्ययन बताते है की थोड़े-थोड़े अन्तराल में भोजन करने से पोषक तत्व ज्यादा अवशोषित होते हैं। फैट शरीर में कम जमा होता है, जिससे इन्सुलिन नार्मल हो जाती है।

* रेड मीट न खाएं

रेड मीट यानी लाल मांस में फोलिफेनोल्स पाया जाता है जो की ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा देता है। लाल मांस में जटिल प्रोटीन पाया जाता है, जो बहुत धीरे से पचता है इसलिए लाल मांस मेटाबॉलिज्म को धीमा करता है जिसकी वजह से इंसुलिन के बहाव पर असर पड़ता है।