हाथ कांपने के पीछे हो सकते हैं ये जानलेवा कारण, जानें और सतर्क रहें

आपने अक्सर देखा होगा कि कभीकभार आपके या आपके परिजनों के हाथ अचानक कांपने लग जाते हैं। इसके पीछे कई लोग सिर्फ कमजोरी को कारण मानकर इसपर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। लेकिन हाथ कांपने के पीछे कई कारण होते हैं, जिनमें से कई जानलेवा बीमारियों की ओर भी इशारा करते हैं। इसलिए हाथ कांपने पर लापरवाही बरतने से अच्छा है डॉक्टर का परामर्श लिया जाए। आज हम आपको बताने जा रहे हैं हाथ कांपने के पीछे का कारण होने वाली जानलेवा बीमारियों के बारे में। तो आइये जानते हैं हाँथ कांपना कौनसी बीमारियों का संकेत देते हैं।

* ब्लड प्रेशर के कारण

ब्लड प्रेशर के कारण हाथ-पैर कांपना एक बहुत सामान्य लक्षण है। बीपी बढ़ने या कम होने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। जिसके कारण हाथ कांपने लगते हैं। इसके अलावा शरीर का ब्लड शुगर लेवल कम हो जाने के कारण स्ट्रेस बढ़ने लगता हैं, जिसकी वजह से हाथ कांपने की परेशानी शुरू हो जाती हैं। आपके साथ भी पिछले कुछ समय से ऐसा हो रहा है तो किसी अच्छे डॉक्टर से अपना ब्लड प्रेशर चेक कराएं।

* शुगर भी है हाथ कांपने की वजह

शुगर के मरीजों में भी हाथ कांपने का लक्षण देखा जाता है। क्योंकि जब इंसान के शरीर में शुगर कम होने लगता है तो उसमें स्ट्रेस बढ़ जाता है। जिसके चलते हाथ कांपते हैं। अगर आपके भी हाथ कांपते हैं और आपको शुगर नहीं है तो एक बार अपना शुगर टेस्ट जरूर कराएं। हो सकता है शुगर के चलते आपके हाथ कांप रहे हो।

* एनिमिया भी हो सकती है वजह

जिन लोगों के शरीर में खून की कमी हो जाती है उन्हें एनिमिया होता है। इस रोग में हाथ कांपना बहुत ही कॉमन लक्षण है। एनिमिया के मरीजों को कमजोरी हो जाती है जिसकी वजह से हाथ कांपते हैं। अगर आपको डर है कि कहीं आप किसी गंभीर रोग की चपेट में ना आ जाएं तो आज सबसे पहले अपना ब्लड लेवल टेस्ट कराएं।

* स्ट्रोक

दुनिया में होने वाली सबसे ज्यादा मौतों में स्ट्रोक तीसरे नंबर पर जिम्मेदार है। स्ट्रोक शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। हालांकि आमतौर पर स्ट्रोक के मरीजों को चलने में परेशानी, संतुलन की कमी, बोलने में दिक्कत, सिर में अत्यधिक दर्द का होना, शरीर के एक हिस्से में लकवा, अस्पष्ट दृष्टि और हाथ कांपना मुख्य लक्षण हैं। इसलिए इस बीमारी को हल्के में ना लें। हाथ कांपना स्पष्ट तौर पर स्ट्रोक का निमंत्रण भी हो सकता है।

* कॉर्टिसोल हॉर्मोंन

बॉडी में कॉर्टिसोल हॉर्मोंन के बढ़ जाने के कारण स्ट्रेस लेवल बढ़ने लगता है। इसके साथ ही व्यक्ति में चिड़चिड़ापन, बातों को भूलना और हाथों में कंपन होने लगती है। जिसके कारण ब्लड सर्कुलेशन बिगड़ जाता है और हाथ कांपने लगते हैं।