आजकल देखा जा रहा है कि बच्चे अपने खानपान की आदतें बिगाड़ते जा रहे है और यह उनकी बिमारियों का कारण बनता जा रहा हैं। जी हाँ, बच्चों का खानपान उनके स्वास्थ्य पर बहुत प्रभाव डालता हैं। ऐसे में कई खाद्य पदार्थ ऐसे हैं जो बच्चों को डायबिटीज का शिकार बना रहे हैं और उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे में इन खाद्य पदार्थों को जानकार बच्चों की आदतों में बदलाव लाने की जरूरत हैं। तो आइये जानते हैं इन खाद्य पदार्थों के बारे में।
सॉफ्टड्रिंक
सॉफ्टड्रिंक बच्चों को बहुत पसंद होती है, जिसे बिना रोक टोक वो पीते हैं जबकि इसमें शुगर की मात्रा बहुत अधिक पाई जाती है, इसलिए इसके सेवन से ब्लड में शुगर को लेवल बढ़ा जाता है। इसमें कैलोरी की मात्रा भी बहुत अधिक होती है। जो डायबिटीज होने में मदद करती हैं।
सफेद ब्रेड
सफेद ब्रेड खाने के बाद डाइजेस्ट होते वक्त चीनी की तरह काम करता है। इसलिए डायबिटीज रोगियों को सफेद ब्रेड खाने से परहेज करना चाहिए। सफेद ब्रेड ब्लड में शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है जो कि डायबिटीज के लिए घातक है। बच्चों को सफेद ब्रेड ज्यादा नही देना चाहिए।
केक और पेस्ट्री
बच्चों को केक और पेस्ट्री की लत से दूर रखना चाहिए, क्योंकि केक को बनाते वक्त सोडियम, चीनी आदि का प्रयोग किया जाता है जो कि ब्लड में शुगर के लेवेल को बढ़ाता है। यह इंसुलिन के फंक्शन को भी प्रभावित करता है। इसके अलावा केक और पेस्ट्री दिल की बीमारियों को भी बढ़ाता है।
फास्ट फूड
बच्चों में आमतौर पर हफ्ते में दो या दो से अधिक बार फास्ट फूड खाने की प्रवृत्ति देखी जाती है। ऐसे में बच्चों के शरीर में फास्ट फूड के जरिये जो यह अतिरिक्त कैलोरी पहुँच रही है, वह उनकी शारीरिक गतिविधि से पूरी तरह खर्च नहीं होती है और इस कारण वे मोटापे के शिकार होने लगते हैं। मोटापे के कारण बच्चों में सांस की तकलीफ और मधुमेह जैसी बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।
चॉकलेट, कैंडी और कुकीज
डायबिटीज में चीनी और चीनी से बने खाद्य-पदार्थों से परहेज करना चाहिए। ज्यादा चीनी वाले आहार जैसे - चॉकलेट, कैंडी और कुकीज में पोषक तत्व नही होते हैं और इनमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है जिससे यह ब्लड में शुगर के स्तर को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा चीनी खाने से मोटापा बढ़ता है जो कि डायबीज के लिए खतरनाक है।