ये 4 प्राकृतिक तरीकें दूर करेंगे पायरिया की बिमारी, बनाएंगे दांतों को स्वस्थ

व्यक्ति की मुस्कान की खूबसूरती को बढ़ाने का काम करते हैं उसके दांत जो कि आहार को चबाने और खाने में सक्षम बनाते हैं। लेकिन पायरिया की बिमारी में मसूड़ों में खून, जलन और दर्द होने के कारण भोजन खाने में असमर्थता होती हैं। इससे जल्द छुटकारा नहीं पाया गया तो यह और भी बड़ी परेशानी बन सकता हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे प्राकृतिक उपचार लेकर आए है जिनकी मदद से आपको पायरिया से मुक्ति मिल सकती है। तो आइये जानते है इन उपायों के बारे में।

अरंडी का तेल

200 मिलीलीटर अरंडी का तेल, 5 ग्राम कपूर, और 100 मिलीलीटर शहद को अच्छी तरह मिला दें, और इस मिश्रण को एक कटोरी में रखकर उसमे नीम के दातुन को डूबोकर दांतों पर मलें और ऐसा कई दिनों तक करें। यह भी पायरिया को दूर करने के लिए एक उत्तम उपचार माना जाता है।

नीम की पत्तियां

नीम के पत्तों की राख में कोयले का चूरा और कपूर मिलाकर रोज रात को लगाकर सोने से पायरिया में लाभ होता है। इसके अलावा यह पाउडर मसूड़ों से रक्तस्राव और पस के निर्माण पर नियंत्रण रखता है, और मुंह से दुर्गन्ध हटाने में भी सहायता करता है। आप अपने दांतों में नीम के दातुन से ब्रश भी कर सकते हैं।

कच्चे अमरुद

अमरुद विटामिन सी का बहुत अच्छा स्रोत होने के कारण दांतों के लिए बहुत लाभकारी होता है। समस्या होने पर कच्चे अमरुद पर थोडा सा नमक लगाकर खाने से भी पायरिया के उपचार में सहायता मिलती है।

सरसों का तेल और सेंधा नमक

यह पायरिया के उपचार के लिए एक बहुत ही प्रचलित औषधि है। सरसों के तेल में सेंधा नमक मिलाकर दांतों पर लगाने से दांतों से निकलती हुई दुर्गन्ध और रक्त बंद होकर दांत मजबूत होते हैं और पायरिया जड़ से निकल जाता है।