आपकी सेहत का हाल बयां करता हैं जीभ का रंग, जानें इसके बारे में

अपने यह तो देखा ही होगा कि जब भी कभी आप डॉक्टर के पास जाते हैं, तो सबसे पहले वह आपसे मुंह खुलवाकर जीभ देखता हैं। क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता हैं? तो आपको बता दें कि जीभ का रंग देखकर डॉक्टर आपकी सेहत के बारे में सबकुछ जान लेते हैं क्योंकि जीभ की रंगत से सेहत का अंदाजा लगाया जा सकता है। जीभ का रंग ज्यादा समय के लिए बदला हुआ रहे, तो यह आपकी विभिन्न तकलीफों को दर्शाता हैं। अगर आप भी अपनी हेल्थ प्रॉब्लम्स के बारे में जानना चाहते हैं तो आईने के सामने कड़े होकर एक बार अपनी जीभ बाहर निकालकर देखें। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह आपकी जीभ का रंग सेहत का हाल बयां करता हैं।

नॉर्मल जीभ का रंग कैसा होना चाहिए?

सामान्य तौर पर जीभ का रंग हल्का गुलाबी होता है। इसपर लाइट वाइट कोटिंग होना भी बिल्कुल नॉर्मल कंडीशन है। नॉर्मल जीभ का टेक्सचर थोड़ा धुंधला होता है। अगर आपकी जीभ भी ऐसी है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है।

जीभ पर सफेद परत का होना

एक स्वस्थ जीभ के ऊपर सफेद रंग की हल्की सी परत होती है, लेकिन यही परत अगर मोटी हो जाती है तो इसका मतलब हो सकता है कि व्यक्ति के पाचन तंत्र में गड़बड़ी है। ऐसे में अपने खान पान में बदलाव करके आप इस समस्या को खत्म कर सकते हैं। इसके अलावा जीभ का रंग सफेद होने का मतलब यह भी हो सकताहै कि आपकी बॉडी डिहाइड्रेटेड है और ओरल हाइजिन काफी खराब स्थिति में है।

जीभ में पीला रंग

अगर जीभ में पीलापन है इसका मतलब शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी है। जिसे आप आपनी डायट में बदलाव करके आसानी से ठीक कर सकते हैं। अगर आपके डाइजेस्टिव सिस्टम में कोई समस्या है या आपको लिवर या पेट की कोई दिक्कत है तो ऐसे में जीभ पर पीली कोटिंग जम जाती है। लेकिन इसके लिए आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है।

जीभ का चिकना रंग

अगर आपकी जीभ का रंग चिकना है, तो इसका मतलब यह है कि आपके शरीर में कुछ आवश्यक विटामिन की कमी है। यानी वो विटामिन जो हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं बनाते हैं। जैसे शरीर में विटामिन B12 और आयरन की कमी होने पर जीभ चिकनी दिखती है। बता दें व्यक्ति के जीभ के ऊपरी हिस्से पर हल्का उभार महसूस होता है, जिसे पप्पिले के नाम से जाना जाता है। वहीं जब शरीर में विटामिन की कमी होती है, तो यह पप्पिले गिरने लगते हैं, और जीभ चिकनी हो जाती है।

जीभ का नीला रंग

नीली और पर्पल जीभ हार्ट से जुड़ी समस्याओं को दर्शाती हैं। जब आपका हार्ट ब्लड को ठीक से पंप नहीं करता या खून में ऑक्सिजन की कमी से जीभ का रंग नीला या पर्पल होता है। ऐसे में डॉक्टर से सम्पर्क जरूर करें।

जीभ का लाल रंग

वहीं अगर आपकी जीभ का रंग लाल यानी स्ट्रॉबेरी के रंग जैसा हो गया है, तो इसका मतलब है कि आपको किसी प्रकार की एलर्जी है। जैसे गले में खराश या सूजन आना, ये एलर्जी के लक्षण होते हैं। ऐसा होने पर जीभ का रंग लाल नजर आता है। कुछ बैक्टीरिया जीभ पर लाल रंग का विष छोड़ते हैं, जिससे जीभ लाल नजर आती है।


जीभ का काला रंग

अगर आप चेन स्मोकर या स्मोकिंग अडिक्टिव हैं तो इसे सावधानी से पढ़े। ज्यादा स्मोकिंग से आपकी जीभ पर बैक्टिरिया बनने लगता है, इससे आपकी जीभ काली हो जाती है। इसके अलावा कैंसर, अल्सर या फंगल इनफेक्शन होने पर भी जीभ का रंग काला होने लगता है।