आज के समय में ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ना बेहद आम बात हो गई हैं और एक बड़ी आबादी डायटबिटीज की समस्या का सामना कर रही हैं। पहले यह दिक्कत बुजुर्गों के साथ ज्यादा थी। लेकिन अब यह समस्या युवाओं और टीनेजर्स में भी दिखाई दे रही हैं। ऐसे में समय रहते इसके लक्षणों का पता कर सही इलाज जरूरी हैं। आज हम आपको इसके बारे में ही बताने जा रहे हैं जो दर्शाते हैं कि खून में शर्करा की मात्रा बढ़ गई हैं।
- पानी ना पीने पर भी यूरिन की मात्रा कम हो सकती है लेकिन बाथरूम जाने के नंबर्स नहीं। ऐसे में पानी पीते रहना ही सही होता है ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो। शुगर पेशंट्स को आमतौर पर रात के समय बार-बार यूरिन के लिए जाना पड़ता है।
- ब्लड में शुगर अधिक होने पर अक्सर हाथ या पैर में सुन्नता आती है या चीटी चलने जैसा अनुभव होता है। कई बार ऐसा लगता है जैसे कुछ सुनाई ही नहीं दे रहा है, एकदम सन्नाटा छा जाने जैसा अनुभव होता है।
- जब खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है और यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है तो व्यक्ति का वजन घटने लगता है। हालांकि उसे भूख अधिक लगने लगती और वह खाना भी पहले की तुलना में अधिक खाता है लेकिन उसका वजन घट रहा होता है।
- ब्लड में शुगर बढ़ जाने पर व्यक्ति को बार-बार प्यास लगती है। उसका गला सूखा-सूखा महसूस होता रहता है। और जितनी अधिक मात्रा में व्यक्ति पानी पीता है, उतनी ही अधिक बार उसे यूरिन भी जाना होता है।
- लंबे समय तक ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़े रहने से हार्ट पर भी बुरा असर पड़ता है। साथ ही किडनी और लिवर पर भी अधिक दबाव रहता है। बार-बार प्यास लगने पर आप पानी पीते हैं और किडनी को उतना ही अधिक मात्रा में इसे फिल्टर करना पड़ता है।
- अगर आपको सिर्फ कमजोरी महसूस हो रही है, तब भी आप डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। अगर हाथ पैर में सुन्नता आना या बार-बार चीटी चलना और यूरिन से जुड़ी समस्या दोनों हो रही हों तब भी आपको डॉक्टर से तुरंत मिलना चाहिए।
- क्योंकि अगर इस स्थिति में लापरवाही बरतेंगे ते बाद में चक्कर आना, हार्ट से संबंधित समस्या होना या किडनी से संबंधित समस्या होने की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए जरूरी होता है कि आप समय रहते डॉक्टर की सलाह ले लें।