हृदय रोगों की मुख्य वजह माना जाता है बढ़ता कोलेस्ट्रॉल, ये संकेत दिखते ही हो जाएं सतर्क

पिछले एक दशक में दुनियाभर में हृदय रोगों के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। हृदय रोगों की मुख्य वजह माना जाता है बढ़ता कोलेस्ट्रॉल। कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा पदार्थ होता है जो लिवर में बनता है और शरीर के हर हिस्से में पाया जाता है। जब आपके रक्त में कोलेस्ट्रॉल नामक वसायुक्त पदार्थ बहुत अधिक हो जाता है, तो यह आपके शारीरिक बीमारियों का कारण बनने लगता हैं। जब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है, तो धमनियों में प्लांक का निर्माण होता है। जिसकी वजह से स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी समस्याएं पैदा होने लगती हैं। ऐसे में समय रहते इसके लक्षणों की पहचान होना जरूरी हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बढ़ते कोलेस्ट्रॉल की ओर इशारा करते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

तलवों का ठंडा रहना

एक रिपोर्ट के अनुसार, आपके पैर और तलवे हमेशा ठंडे रहते हैं, तो ये हाई कोलेस्ट्रॉल के संकेत हो सकते हैं। कुछ लोगों के तलवे गर्मी या हर मौसम में ठंडे रहते हैं, ऐसे लोगों को डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करना चाहिए। वैसे ज़रूरी नहीं कि ये उच्च कोलेस्ट्रॉल लेवल की समस्या हो, ठंडे तलवे कई अन्य समस्याओं में हो सकते हैं। बेहतर है कि डॉक्टर से जांच कराएं, कोलेस्ट्रॉल लेवल का टेस्ट करा लें।

सीने में दर्द होना

सीने में दर्द होना कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का लक्षण होता है। जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, तो आपको सीने में दर्द का अहसास हो सकता है। इस स्थिति में आपको सीने का दर्द कुछ समय या दिनों के लिए हो सकता है। सीने का दर्द गंभीर भी हो सकता है। कई बार यह सीने का दर्द हार्ट अटैक का लक्षण भी माना जाता है। इसके अलावा आपको पैरों में भी दर्द महसूस हो सकता है।

आंखों की त्वचा के पास परत जमना

जब व्यक्ति के शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है, तो इस दौरान आंखों में कुछ बदलाव देखने को मिलते हैं। इस स्थिति को ज़ैंथेल्मा कहते हैं। इसमें आंखों के कोने के आसपास पीले और नारंगी रंग की मोमी परत जमने लगती है। यह त्वचा के नीचे कोलेस्ट्रॉल जमा होने के कारण होता है।

पैरों में दर्द रहना

यदि आपको कुछ दिनों से लगातार पैरों में दर्द रहता है, तो इसे भी नज़रअंदाज़ ना करें। जब पैरों की धमनियों में रुकावट पैदा होगी, तो ऑक्सीजन से भरपूर आवश्यक मात्रा में खून शरीर के निचले भाग में नहीं पहुंच पाता। इससे पैरों में भारीपन और थकान महसूस हो सकती है। हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर कुछ लोग पैरों में जलन के साथ दर्द होने की भी शिकायत करते हैं। कई बार ये दर्द नितंब, जांघ से लेकर नीचे तक पैरों में होता है। दर्द दोनों या फिर एक पैर में भी हो सकता है। यह समस्या तब अधिक महसूस होती है, जब आप टहलते, दौड़ते या फिर सीढ़ियां चढ़ते हैं।

वजन बढ़ना

लगातार बढ़ता वजन भी हाई कोलेस्ट्रॉल का लक्षण होता है। दरअसल, जब मोटापा बढ़ता जाता है, तो कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा भी अधिक होता है। इसलिए अगर आपका वजन अधिक है, साथ ही आपको सीने में लगातार दर्द भी हो रहा है, तो इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। शरीर के जरूरत से ज्यादा वजन बढ़ने पर कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा भी सिर पर मंडराता रहता है। अगर आपका वजन अचानक से बढ़ने लगा है तो आपको हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए ब्लड टेस्ट करा लेना चाहिए।

पैरों में क्रैम्प होना

रात में सोते समय आपको यदि बार-बार पैरों में क्रैम्प हो, तो इसे इग्नोर ना करें। यह हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण भी हो सकता है। इससे लोअर लिंब्स की आर्टरीज को नुकसान पहुंचता है। यह समस्या रात में अधिक गंभीर हो जाती है, जिससे नींद नहीं आती है। तलवों, एड़ियों, उंगलियों, पैरों की मांसपेशियों में क्रैम्प हो सकता है। पैर को बिस्तर से लटका कर रखना या बैठने से क्रैम्प से राहत पा सकते हैं। यह गुरुत्वाकर्षण को पैरों में रक्त के प्रवाह में सहायता करता है।

अधिक पसीना आना

वैसे तो पसीना आना सामान्य होता है। लेकिन जिन लोगों को बहुत अधिक पसीना आता है, वह किसी-न-किसी समस्या का संकेत होता है। जरूरत से ज्यादा पसीना आना हाई कोलेस्ट्रॉल का लक्षण हो सकता है। इसके साथ ही ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने पर भी पसीना अधिक आता है। ऐसे में आपको कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच करवा लेनी चाहिए।