कोरोना की इस महामारी से पूरी दुनिया परेशान हैं और इसे निजात पाने के लिए लगातार इस पर शोध जारी हैं। कोरोना वायरस को बहरूपिया बताया जा रहा हैं जिसमें कई बदलाव लगातार देखे जा रहे हैं। इसी के साथ ही बीमारी के लाषणों में भी लगातार बदलाव हो रहे हैं। हाल ही में स्पेन के चिकित्सिकों के एक अध्ययन में सामने आया हैं कि पांच प्रकार के चकते भी कोविड 19 के संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं। हिंदुस्तान ई पेपर ने एजेंसी का हवाला देते हुए लिखा है कि ये चकते युवाओं में ज्यादा देखे जा रहे हैं।
अभी तक कोविड के लक्षणों में चकत्ते बनने की बात सामने नहीं आई थी। कई मरीजों के पांव के अंगूठे में चकते बनने की रिपोर्ट आई है, जबकि उनमें बीमारी के दूसरे लक्षण साफ नजर नहीं आते। कई संक्रमित केस में छोटे-छोटे लाल रंग के चकते शरीर पर बनते हुए पाए गए हैं। हालांकि कई बार ये चकते संक्रमण के कई दिन बाद बनते हैं इसलिए अभी इसे मरीजों के उपचार के लिए लक्षण के तौर पर नहीं लिया जा सकता। जिन मरीजों में चकते बनते पाए गए हैं वे सभी सांस लेने की तकलीफ को लेकर अस्पताल में भर्ती हैं।
द ब्रिटिश जर्नल ऑफ डॉरमेटालॉजी में 375 मरीजों पर चकते बनने संबंधी किए गए अध्ययन का प्रकाशन हुआ है। अमेरिका के अस्पतालों में भर्ती कम उम्र के कोविड 19 मरीजों में हाथ, पांव की उंगलियों के आसपास चकते बनने के केस सामने आए हैं। चर्मरोग विशेषज्ञ कोरोना के त्वचा पर प्रभाव का अध्ययन कर रहे हैं।
ब्रिटिश डरमेटोलॉजिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर रुथ मरफी का कहना है कि इस अध्ययन को अभी लोगों में खुद से बीमारी के पहचान के लक्षण के तौर पर नहीं लिया जा सकता। पर संक्रमण लोगों पर कैसा प्रभाव डालता है, इसके शोध में ये लक्षण उपयोगी साबित हो सकते हैं। 19 फीसदी हाथ पांव में खुजली करने वाले और दर्द देने वाले चकत्ते को कोरोना के लक्षण के रूप में दर्ज किया गया है।