सर्दियों का मौसम जारी हैं जहां सेहत को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक हैं गले की खराश जो तकलीफ का कारण बनती हैं। गले की खराश के कारण लोगों को बोलने में परेशानी होती हैं बल्कि खाने-पीने में भी तकलीफ का सामना करना पड़ता हैं। इसकी वजह से गले में छाले, दर्द और गला छिलने जैसी समस्याएं भी हो जाती हैं। गले की खराश से छुटकारा पाने के लिए लोग कफ सिरप का इस्तेमाल करते हैं जिसे कई दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ घरेलू उपाय लेकर आए हैं जिनकी मदद से गले की खराश में बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के राहत पाई जा सकती हैं। आइये जानते हैं इन नुस्खों के बारे में...
नमक के पानी से गरारेनमक के पानी के गरारे गले की खराश और दर्द से तुरंत आराम मिलता है। थोड़ा पानी गर्म करके एक गिलास में डालें। लगभग ½ छोटा चम्मच नमक डालें और अच्छी तरह मिलाएं। नमक के पानी का एक घूंट लें और इससे लगभग 10 सेकंड के लिए गरारे करें। आप दिन में 2-3 बार नमक के पानी से गरारे कर सकते हैं।
सेब का सिरकागले की खराश से जन्में बैक्टीरिया को खत्म करने में सेव का सिरका काफी फायदेमंद होता है। एक चम्मच एप्पल विनेगर को अपनी हर्बल चाय में मिलाकर पीने से और एक चम्मच विनेगर को ही पानी में मिलाकर गरारे करने से खांसी की समस्या भी ठीक हो सकती है।
काली मिर्च और शहदकाली मिर्च और शहद का मिश्रण एक सदियों पुराना उपाय है। इसे गले में खराश, सर्दी और खांसी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। शहद एक प्राकृतिक कफ सप्रेसेंट है और तुरंत आपको राहत दे सकता है। काली मिर्च और शहद के मिश्रण में एंटी बैक्टीरियल गुण कई संक्रमणों से लड़ते हैं।
तुलसी का काढ़ागले की खराश के लिए तुलसी का काढ़ा बेहद फायदेमंद होता है। इसे बनाने के लिए एक बर्तन में तेज आंच पर पानी उबाल लें। दूसरी तरफ मिक्सर में लौंग, काली मिर्च और दालचीनी को पीस लें। अब कुछ तुलसी के पत्तों के साथ इस पिसे हुए मसाले को बर्तन में डाल कर उबाल लें।
अदरकअदरक में जिंजरोल होता है। इसमें शक्तिशाली औषधीय गुण होते हैं। इसके लिए 1 इंच अदरक को कद्दूकस कर लें और पैन में डालें। अब इसमें 1 गिलास पानी डालकर उबाल लें। लगभग 5 मिनट तक उबालें। अदरक के पानी को छान लें और इसका सेवन करें।
गाजर का सेवन गले में खराश की समस्या तो वैसे किसी भी मौसम में हो सकती है लेकिन सर्दियों में इसके होने की संभावना ज्यादा रहती है। गले में खराश होने या दर्द होने पर आप गाजर का सेवन कर सकते हैं। गाजर में मौजूद पौष्टिक तत्व गले की खराश को जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं। इसके लिए रोजाना एक या दो गाजर खाएं या फिर इसका जूस बनाकर पिएं।
मुलेठीमुलेठी एक हर्बल उपचार है जो एंटी-वायरल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर है। ये न केवल गले की खराश बल्कि अपच, कब्ज, पेट के अल्सर और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने में मदद करती है। मुलेठी का सेवन करने का सबसे आसान तरीका है चाय बनाना। एक पैन में 1 मुलेठी की जड़ को 1 गिलास पानी के साथ डालें। इसे 5 मिनट तक उबालने दें और फिर इसे 5 मिनट तक रखें। अब मुलेठी की चाय को छान कर पी लें।
पान के पत्ते अगर आपके गले में खराश है और बोलने में भी कठिनाई हो रही है तो ऐसे में पान के पत्ते से आपको काफी राहत मिल सकती है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, पान के हरे पत्ते के साथ मिश्री मिलाकर चबाने से गला बैठने या आवाज न निकलने की समस्या से आराम मिलता है साथ ही गले की खराश भी दूर होती है।