चमगादड़ पिछले कुछ दिनों से चर्चा का विषय बने हुए है। दरअसल, केरल में फैले निपाह वायरस का प्रमुख कारण चमगादड़ को बताया जा रहा है। इस वायरस की चपेट में आने से केरल में लगभग 13 लोगों की मौत हो चुकी है और कम से कम 40 अन्य लोग इससे प्रभावित हैं। निपाह वायरस के चलते लोगों में चमगादड़ को लेकर डर फैला हुआ है। बताया जा रहा है कि निपाह वायरस का प्रमुख स्रोत चमगादड़ है और यह जिस फल को खाते है उससे निपाह वायरस फैलने का खतरा रहता है। इसी के चलते पिछले कुछ दिनों में फल, सब्जियों को लेकर भी सतर्कता बरती जा रही है। खासकर केरल में चमगादड़ को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। फ्रूट विक्रेता से लेकर वन विभाग के लोग चमगादड़ को भगाने का उपाए ढूंढ रहे हैं।
कैसे भगाएं चमगादड़चमगादड़ आकाश में उड़ने वाला एक स्तनधारी प्राणी है, जो अपनी 1000 से भी अधिक प्रजातियों के साथ स्तनधारियों के दूसरे सबसे बडे़ कुल का निर्माण करता है। ये पूर्ण रूप से निशाचर होते हैं और पेड़ों की डाली अथवा अँधेरी गुफाओं के अन्दर उल्टा लटके रहते हैं।[2] इनको दो समूहों मे विभाजित किया जाता है, पहला समूह फलभक्षी बडे़ चमगादड़ का होता है, जो देख कर और सूंघ कर अपना भोजन ढूंढते हैं जबकि दूसरा समूह् कीटभक्षी छोटे चमगादड़ का होता है, जो प्रतिध्वनि द्वारा स्थिति निर्धारण विधि के द्वारा अपना भोजन तलाशते हैं। यह एकमात्र ऐसा स्तनधारी है जो उड़ सकता है तथा रात में भी उड़ सकता है।
चमगादड़ को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं। कहीं इनकी पूजा होती है तो कहीं इन्हें अशुभ माना जाता है। कहते हैं चमगादड़ का घर में घुसना किसी बड़ी दुर्घटना का संकेत होता है। हम आपको यहां बता रहे हैं कि अगर यह आपके घर में घुस आए तो इसे कैसे भगाया जा सकता है।
चमगादड़ का आना- घर के अंदर अगर चमगादड़ घुस आए तो समझ लो आपके घर में किसी की मौत होने वाली है।
- हालांकि कुछ का मानना है कि यह घर के खाली हो जाने की सूचना है।
- तो वहीं कुछ का कहना है कि चमगादढ़ ऐसी बीमारियों को फैलाने के लिए जिम्मेदार है जिसका प्राचीन या मध्यकाल में इलाज संभव नहीं था इसलिए चमगादड़ को मौत का दूत कहा जाने लगा।
- घर के पास जो पेड़ है उस पर चमगादड़े सोती है तो वह भी अशुभ माना जाता है।
- यदि घर के अंदर चमगादड़ आ जाए तो उसे किसी लड़ाई-झगड़े आदि तरह के संकट के आने का संकेत माना जाता है।
ऐसे में चमगादड़ों को भगाने के उपाय करें- कहते हैं धुआं जलाकर या उजाला करके उन्हें भगाया जा सकता है। लेकिन हकीकत क्या है?
लाइट बंद कर दें- अक्सर लोग कहते हैं कि चमगादड़ के घर में घुसने पर लाइट जला देनी चाहिए। क्योंकि, यह अंधेरे में भागती हैं।
- लेकिन, जरूरी नहीं कि लाइट जलाने पर चमगादड़ भाग जाए। क्योंकि रोशनी ज्यादातर चमगादड़ को अट्रैक्ट करती है और उसे भागने की जगह देखने में मुश्किल होती है।
- ऐसे में लाइट बंद करनी चाहिए। क्योंकि, लाइट बंद होने से चमगादड़ को भागने का रास्ता साफ दिखाई देगा।
अल्ट्रा सोनिक ध्वनि- अगर आपके घर के आसपास या घर में चमगादड़ अक्सर आ जाती है तो आप उपकरण घर में रख सकते हैं, जिनमें अल्ट्रा सोनिक ध्वनि उत्पन्न होती हो।
- ऐसी ध्वनि चमगादड़ को खतरे का संकेत देती हैं। जिसे महससू कर वह घर से भाग जाते है। हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि इस तरह भी चमगादड़ नहीं भागते। लेकिन, उपाए अपनाने के बाद ही यह तय किया जा सकता है।
क्यों आते है घर में चमगादड़- चमगादड़ घर में इसलिए आते हैं क्योंकि, उन्हें एक महफूज़ जगह चाहिए होती है। आमतौर पर यह धारणा है कि चमगादड़ बहुत डरते हैं। खासकर मदर बैट्स जो होती हैं उन्हें अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए एक ऐसी ही सुरक्षित जगह की तलाश होती है। बाहर, जंगल में या किसी उपवन में उन्हें जानवर और पक्षियों से खतरा होता है।
निपाह वायरस से बचने के उपाय- सुनिश्चित करें कि आप जो खाना खाते हैं वह चमगादड़ या उनके मल से दूषित नहीं है।
- चमगादड़ के कुतरे फलों को खाने से बचें, पाम के पेड़ के पास खुले कंटेनर में बनी पीने वाली शराब पीने से बचें।
- बीमारी से पीड़ित किसी भी व्यक्ति से संपर्क में आने से बचें।
- अपने हाथों को अच्छी तरह से स्वच्छ करें और धोएं, आमतौर पर शौचालय के बाल्टी और मग, रोगी के लिए उपयोग किए जाने वाले कपड़े, बर्तन और सामान को अलग से साफ करें।
- निपाह बुखार के बाद मरने वाले किसी भी व्यक्ति के मृत शरीर को ले जाते समय चेहरे को कवर करना महत्वपूर्ण है।
- मृत व्यक्ति को गले लगाने या चुंबन करने से बचें।