अगर करतें है जरुरत से ज्यादा हस्तमैथुन तो हो जाए सावधान, जाने इससे होने वालें नुकसानों के बारें में...

हस्तमैथुन, यौन अवस्था की एक सामान्य प्रक्रिया है और अधिकांश व्यक्ति किसी न किसी रुप मे हस्तमैथुन करते है। आप हस्तमैथुन से बच नहीं सकते, यह जीवन का एक हिस्सा है। हालांकि, हमारे समाज में हस्तमैथुन के प्रति काफी भ्रातियां है जैसे कि हस्तमैथुन से शरीरिक और यौन कमजोरी आती है आदि। परन्तु, वास्तव में समस्या हस्तमैथुन से नहीं बल्कि इससे जुडी हुई भ्रातियों के कारण ज्यादा होती है। वैसे तो हस्तमैथुन के कोई नुकसान नहीं हैं, लेकिन कई बार गलत ढंग से या ज्यादा मैथुन करने के गंभीर परिणाम हो सकते है। यदि आप इस क्रिया को सीमा में करते हैं तो ये आपके शरीर को कई तरह से स्वस्थ रखती है वहीँ दूसरी और यदि आप जरुरत से ज्यादा हस्तमैथुन करते हैं तो उसके निम्न नुक्सान हो सकते हैं।

* मानसिक प्रभाव :

हस्तमैथुन से घबराहट और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं होती हैं। क्यों कि स्खलन के बाद अवसाद पैदा होते हैं और व्यक्ति ये सोचता है कि उसने गलत किया, जिससे मन में नकारत्मकता भर जाती है।

* लिंग में सूजन और चयापचय पर असर :

जल्दी-जल्दी मैथुन करने से भी लिंग की मासपेशियों में वीर्य के पहले निकलने वाला द्रव मांसपेशियों में चला जाता है, जिसके कारण लिंग में सूजन आ जाती है। यह सूजन तब तक रहती है, जब तक वो द्रव वापस रक्त में नहीं चला जाता। साथ ही हस्तमैथुन के दौरान जारी प्राथमिक द्रव में प्रोटीन होता है जो कई चयापचय गतिविधियों और सेल संरचनाओं के लिए आवश्यक होता हैं। प्रोटीन हमारे शरीर की बिल्डिंग ब्लॉक है। स्खलन अक्सर आपको दुबला बनाता हैं और मांसपेशियों के निर्माण के लिए चयापचय का ध्यान खींचता है।

* शीघ्रपतन, धात रोग और मर्दाना कमजोरी :

हद से ज्यादा हस्तमैथुन से हानि पुरुष को कई प्रकार से हो सकती है जैसे ज्यादा हस्तमैथुन से लिंग की नसें और वीर्य को रोके रखने की क्षमता में कमी आती है जिसके फलसवरूप ज्यादा हस्तमैथुन करने वाले लोग का अक्सर शीघ्रपतन होना और धात का लीक होने की बात करते हैं। अकसर पुरुष मानसिक तनाव में रहने लगते हैं और उनकी शादी शुदा जिन्दगी में निरस्त आने की सम्भावना रहती है।

* शुक्राणु की संख्या पर असर :

नियमित रूप से कई बार हस्तमैथुन करने से पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या कम होने लगती है। इसका असर उनकी पिता बनने की क्षमता पर भी पड़ता है। इसके अलावा नियमित रूप से हस्तमैथुन करने से आपको संतुष्ट होने में अधिक समय लगता है। इसके साथ ही आपका वीर्य स्खलित होने का समय भी बढ़ जाता है। इसके अलावा हस्तमैथुन की आदत इरेक्टाइल डिसफंक्शन रोग का मुख्य कारण होती है।

* पायरोनी :

हस्तमैथुन के दौरान असाधारण क्रियाकलाप करने से `पायरोनी` नाम की बीमारी हो सकती है। पायरोनी होने पर लिंग टेढ़ा हो जाता है मांसपेशियों में तनाव होने की स्थिति में आप उसके टेढ़ेपन को आसानी से देख सकते हैं।