भोजन किसी भी जीव के जीवनयापन की मूलभूत आवश्यकता हैं। भोजन से हर जीव को ऊर्जा प्राप्त होती हैं। लेकिन यह तभी फायदेमंद हैं जब इसे एक सिमित मात्रा में ग्रहण किया जाए। अक्सर देखा गया है कि स्वाद के चक्कर में लोग ज्यादा खाने की आदत डाल लेते हैं। यह आदत शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। आज हम आपको उन्हीं नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं जो ज्यादा भोजन करने से शरीर में उत्पन्न होती हैं।
* दिल की धड़कनें तेज़ होना अगर आप पेट भरने के बाद भी खाते रहेंगे तो आपके दिमाग तक बहुत ज्यादा सिग्नल जाने लगेंगे, तब तक जब तक कि आप खाना रोक न दें। इस बीच, दिल तक सिग्नल पहुंचेगा पेट तक ब्लड फ्लो बढ़ाने के लिए, ताकी खाना हज़म हो सके। दिल की धड़कन बढ़ने से मेटाबॉलिज्म तेज़ होगा, जिससे आपको गर्मी लगेगी और पसीने आएंगे। इससे आपको चक्कर भी आ सकते हैं।
* आपको सुस्त बनाए बहुत ज्य़ादा खाने के बाद आपको थकान महसूस होती है, आपको सिर्फ लेटने का मन करता है। ऐसे में आंत मस्तिष्क को सिग्नल भेजती है कि शरीर को आराम की जरूरत है। ब्लड इंसुलिन लेवल भी बढ़ता है, जिससे भी सुस्ती महसूस होती है।
* पेट की समस्याएं जब शरीर खाना तोड़ना शुरु करता है तो आंतों में काफी गैस बनती है। ये गैस के कारण पादने, डकार लेने और पेट दर्द के जरिये अपना अहसास करवाती है। कभी-कभी सीने में जलन भी होती है, जब आपके खाने में ज्यादा तेल हो।
* वज़न बढ़ता है हमारे शरीर में लेप्टिन नाम का एक हार्मोन होता है, जो खाने के बाद बनता है। ये हार्मोन ब्रेन रिसेप्टर को ढंक लेता है (बाइंड कर लेता है), ये आपको बताता है कि शरीर में कितनी एनर्जी है और कितने की जरूरत है। अगर आप ज्यादा खाएंगे तो ये हार्मोन ज्यादा बनेगा, जो सीधे-सीधे आपके फैट से जुड़ा है। अगर ऐसा लगातार होता है तो शरीर लेप्टिन को रोकने लगता है, जिससे मस्तिष्क ये पहचान नहीं कर पाता कि आपका पेट भरा या नहीं, ऐसे में आप जरूरत से ज्यादा खाने लगते हैं और आपका मोटापा बढ़ता है।