हर साल एचआईवी (HIV) से औसतन 8 लाख लोग मर रहे हैं, लेकिन आज तक इसकी कोई वैक्सीन नहीं बन पाई है। इसी तरह शायद कोरोना की वैक्सीन भी कभी ना मिल पाए। इस बात का जिक्र कोरोना वायरस की वैक्सीन तलाश रही टीम का नेतृत्व कर रहीं प्रमुख साइंटिस्ट जेन हाल्टन ने किया है। जेन हाल्टन ने यह चेतावनी इसलिए दी है ताकि कोरोना के खिलाफ तमाम देश सिर्फ वैक्सीन की उम्मीद में ना बैठे रहें। बल्कि कोरोना को हराने के लिए प्लान B पर भी काम किया जाए। दुनियाभर में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। The Australian अखबार से बातचीत में साइंटिस्ट जेन हाल्टन कहती हैं कि स्वास्थ्य अधिकारियों को प्लान B पर तेजी से काम करने की जरूरत है। क्योंकि हो सकता है हम कोरोना की वैक्सीन ना तलाश पाएं। हालांकि, दुनिया के कई हेल्थ एक्सपर्ट उम्मीद जता रहे हैं कि 2021 तक कोरोना वैक्सीन तैयार करने में दुनिया को सफलता मिल सकती है।
लेकिन जेन हाल्टन कहती हैं कि इतने कम समय में कोरोना की वैक्सीन तैयार करना अविश्वसनीय है। उन्होंने कहा है कि अवास्तविक उम्मीदें दी जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि COVID-19 के अलावा अन्य कोरोना वायरस की वैक्सीन भी अब तक नहीं बनी है। वहीं, एचआईवी से सिर्फ 2008 में दुनिया में 7.7 लाख लोगों की मौत हो गई। बीते 40 साल में 3 करोड़ 20 लाख लोग एचआईवी से जान गंवा चुके हैं। लेकिन वैज्ञानिकों को आज तक एचआईवी की वैक्सीन नहीं मिली है।
आपको बता दे, जेन हाल्टन कोरोना वैक्सीन की खोज के लिए काम कर रही अंतरराष्ट्रीय टीम का नेतृत्व कर रही हैं। इस टीम को बिल गेट्स की ओर फंड मिला है। जेन ऑस्ट्रेलिया की सबसे अनुभवी महामारी एक्सपर्ट के तौर पर भी जानी जाती हैं। वह विश्व स्वास्थ्य संगठन के एग्जेक्यूटिव बोर्ड में भी रह चुकी हैं और वर्ल्ड हेल्थ असेंबली की प्रेसिडेंट के पद पर भी काम कर चुकी हैं।
आपको बता दे, अमेरिका, चीन सहित कई देशों में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल इंसानों पर शुरू हो रहा है। लेकिन जेन हाल्टन की चेतावनी फिलहाल उम्मीदों को कम करने वाली है। हालांकि, उनका कहना है कि वे सतर्क करना चाहती हैं कि लोग वैकल्पिक प्लान पर काम शुरू करें।
बता दे, कोरोना वायरस से आज पूरी दुनिया में 17 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और तकरीबन 1 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस की वजह से अपनी जान गवां चुके है। भारत में भी कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे है। यहां संक्रमितों लोगों की गिनती 8,000 से ज्यादा हो गई है वहीं 255 लोग इस वायरस की वजह से अपनी जान गवां चुके है।