मौसमी फ्लू कर रहा हैं सभी को परेशान, दवाइयों की जगह आजमाएं ये उपाय

मौसम के बदलाव के साथ ही लोगों को सेहत से जुड़ी समस्याएं भी होने लगती हैं। खासतौर से जब मौसम बदलता हैं तो बुखार के साथ ही ठंड लगना, नाक बहना, कमजोरी और उल्टी-दस्त जैसी समस्याएं दिखाई देने लगती हैं। जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है ऐसे लोगों में इस मौसम में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम हो सकता है। मौसमी फ्लू की चपेट में बच्चे हो या बड़े सभी आ रहे हैं। यह कई दिनों तक लोगों को परेशान कर रहा हैं। इससे बचने के लिए सभी दवाइयों का सेवन करने लगते हैं। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं जो मौसमी फ्लू से छुटकारा पाने में आपकी मदद करेंगे। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...

शहद और काली मिर्च

मौसमी संक्रमण के कारण गले में होने वाली खराश और दर्द की समस्या को कम करने के लिए शहद और काली मिर्च का सेवन विशेष लाभप्रद माना जाता है। शहद में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ऐसे में काली मिर्च में शहद और अदरक का रस मिलाकर इसका सेवन करने से गले की खराश दूर होती है। फ्लू के लक्षणों को कम करने में इसे बेहद फायदेमंद माना जाता है। अगर आप कफ और खांसी से परेशान हो गए है तो शहद और काली मिर्च को 1 चम्मच में मिक्स कर लें और खाकर सो जाएं।

अदरक का सेवन

मौसमी संक्रमण या फ्लू के लिए अदरक एक रामबाण औषधि है, ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें अदरक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, साथ ही यह एक शक्तिशाली डिटॉक्स जिससे यह इम्यूनिटी को न सिर्फ मजबूत बनाती है, बल्कि फ्लू के लक्षणों को भी कम करने में मदद करती है। यह कंजेशन और खांसी से भी छुटकारा दिलाती है। इसके लिए आपको 1 इंच अदरक के टुकड़े को एक कप पानी में उबालकर, घूंट-घूंट कर इसका सेवन करना है। दिन में 1 बार जरूर पिएं।

पुदीना और अजवाइन की भाप

अगर आपको बहुत अधिक खांसी या कफ हो रहा है तो आप गर्म पानी में पुदीने की पत्तियां या अजवाइन की पत्तियों की भाप लें। इससे तुरंत आराम मिलेगा। सर्दी-खांसी होने पर अदरक की चाय पीना नहीं भूलें। और स्वास्थ्य के लिहाज से चाय में शक्कर की जगह गुड़ का इस्तेमाल करें।

कपूर का प्रयोग करें

काली मिर्च की तरह कपूर में भी कफ निस्सारक गुण होते हैं। यह एक आयुर्वेदिक इनहेलर है, जो श्वसन मार्ग के संक्रमण ठीक करने में मदद करता है। साथ ही खांसी और बलगम से भी छुटकारा दिलाता है। आप कपूर के 1-2 छोटे क्यूब्स को भाप लेने के पानी में डालकर, इससे भाप ले सकते हैं।

हल्दी दूध से होगा फायदा

मौसमी संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए हल्दी दूध का सेवन भी काफी लाभकारी माना जाता है। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। दूध में हल्दी और घी मिलाकर पीने से सर्दी और फ्लू के लक्षणों से राहत मिलती है। अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए रात को सोने से पहले इसका सेवन करना विशेष लाभप्रद माना जाता है। हल्दी दूध शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक है।

तुलसी का सेवन

आयुर्वेद में तुलसी को जड़ी बूटियों की रानी कहा जाता है। इसमें कई औषधीय गुण होते हैं, जैसे एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीट्यूसिव (खांसी से राहत देने वाला), एंटी-एलर्जिक गुण आदि। इससे यह मौसमी संक्रमण और फ्लू से छुटकारा दिलाने में बहुत प्रभावी है। इसके लिए आपको पानी में 4-5 तुलसी की पत्तियां उबालकर, इसे छानकर शहद मिलाकर सेवन करना है। आप दिन में 2 बार इसका सेवन कर सकते हैं।

लहसुन

हर प्रकार के व्यंजनों में लहसुन का इस्तेमाल किया जाता है। इससे जायके का स्वाद बढ़ जाता है। इसमें कई रासायनिक गुण पाए जाते हैं। साथ ही इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं। अगर आपको टॉन्सिल्स की शिकायत है, तो लहसुन को सिरके में मिलाकर गरारे करें। आपको जल्द आराम देखने को मिल सकता है। सिरदर्द में लहसुन की कलियों को माथे पर स्क्रब करने से आराम मिलता है। कोल्ड में भी यह फायदेमंद होता है।