हर व्यक्ति की चाहत होती है कि उसका स्वास्थ्य अच्छा बना रहे और वह अपने स्वस्थ जीवन का निर्वाह करें। लेकिन वर्तमान समय की बिमारियों ने व्यक्ति की इस इच्छा को पूरी होने से रोक रखा है, खासतौर से स्वाइन फ्लू की बीमारी ने। जी हाँ, वर्तमान समय में स्वाइन फ्लू बहुत तेजी से बढ़ रहा है और राजस्थान में तो इसकी स्थिति बेहद भयावह है। इस बीमारी से बचने के लिए उचित स्वास्थ्य सुविधा के साथ ही कुछ घरेलू उपायों की भी जरूरत है। तो आइये आज हम बताते हा आपको कि किस तरह स्वाइन फ्लू से करें ओना बचाव।
* इस रोग से बचने के लिए आप गिलोई की पत्तियों का भी इस्तेमाल कर सकते है। गिलोय की पत्तियों को पानी मे उबालकर उसके पानी को ठंडा कर ले और उस पानी का कई बार सेवन करने से स्वाइन फ्लू रोग जल्द ही पूरी तरह से खत्म हो जाता है।
* हवा को साफ करने वाले गुण नीम में पायें जाते हैं, इसके साथ ही इसमें यह हमारे खून को भी साफ करता है। इसके लिए दिन में तीन से पांच पत्तियां चबा सकते हो।
* स्वाइन होने पर तुलसी के पत्तों को धोर खाएं जिससे हमारे फेफड़े साफ हो जाते हैं। स्वाइन फ्लू से बचने के लिए कपूर का सेवन महीने में एक बार करना चाहिए।
* सीजनल फ्लू शॉट से दो या तीन तरह के इन्फ्लूएंजा वायरस, जिसमें H1N1 वायरस भी शामिल है, उनके खिलाफ रक्षा में मदद मिलेगी। यह टीका एक इंजेक्शन या एक नाक स्प्रे के रूप में उपलब्ध है। उसके लिए अपने चिकित्सक से अवश्य परामर्श करें।
* आधा चम्मच हल्दी पौना गिलास दूध में उबालकर पिएं। आधा चम्मच हल्दी गरम पानी या शहद में मिलाकर भी लिया जा सकता है।
* इस रोग के उपचार मे आवंला भी बहुत ही फायदेमंद होता है। स्वाइन फ्लू के प्रभाव से बचने के लिए एक चम्मच आंवले के चूर्ण को पानी मे मिला कर पीने से इस बीमारी से जल्द ही छुटकारा मिल जाता है।
* एलोविरा का उपयोग भी स्वाइन फ्लू के घरेलू नुस्खो मे बहुत ही उपयोगी माना जाता है। एलोविरा के पतो के जेल को एक चम्मच पानी के साथ रोजाना लेने से स्वाइन फ्लू मे बदन दर्द से राहत मिलती है।
* अदरक मे पाए जाने वाले तत्व मे गले के संकर्मण के खिलाफ लड़ने मे मदद करता है। अदरक को चाय के मे डालकर पीने से स्वाइन फ्लू में फायदा मिलता हैं।